🙏 क्या आप बार-बार होने वाली बीमारियों या कमज़ोर ऊर्जा से परेशान हैं? इस नवरात्रि पाएं अच्छे स्वास्थ्य और आरोग्य का आशीर्वाद।🕉️💪
नवरात्रि के पावन दिनों में पूरा ब्रह्मांड माँ दुर्गा की शक्तिशाली ऊर्जा से भरा होता है। भगवान शिव, जो माँ दुर्गा के अनंत साथी और रक्षक हैं, उनकी शक्ति का मूल स्रोत भी कहलाते हैं। इन नौ दिनों में शिवजी की कृपा पाने से आप माँ दुर्गा और शिव दोनों की दिव्य शक्ति से जुड़ते हैं। मान्यता है कि इस संयुक्त साधना के माध्यम स्वास्थ्य से जुड़ी बाधाएँ दूर होती हैं और तन, मन और आत्मा में संतुलन वापस आता है। भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र स्वास्थ्य, दीर्घायु और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए सबसे शक्तिशाली मंत्र माना गया है। कहा जाता है कि देवताओं ने भी इसे जपकर शक्ति और सुरक्षा प्राप्त की। नवरात्रि में इस पवित्र मंत्र का जप करने से शिव की ऊर्जा आपके जीवन में आती है, नकारात्मकता को दूर करती है और शरीर व मन को स्फूर्ति देती है।
इन आशीर्वादों को और प्रबल बनाने के लिए इस अनुष्ठान के साथ धन्वंतरि शक्ति हवन भी किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। उन्हें आयुर्वेद और चिकित्सा का देवता माना जाता है। उनकी पूजा करने से स्वास्थ्य की शक्ति जागृत होती है और अकाल मृत्यु, रोग और कमजोरी से रक्षा मिलती है। जब महामृत्युंजय जप और धन्वंतरि हवन एक साथ होते हैं, तो दिव्य ऊर्जा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। इस नवरात्रि स्वास्थ्य और सुरक्षा पूजा के माध्यम से आप भगवान शिव और भगवान धन्वंतरि की दिव्य शक्तियों से जुड़ सकते हैं। यह पूजा उन सभी के लिए विशेष है जो बीमारियों से राहत, अच्छे स्वास्थ्य या तन-मन-आत्मा में संतुलन चाहते हैं।
🌸 श्री मंदिर के माध्यम से इस नवरात्रि महामृत्युंजय और धन्वंतरि हवन में शामिल हों और भगवान शिव व भगवान धन्वंतरि की कृपा को अपने जीवन में आमंत्रित करें। इससे आपको पूरे नवरात्रि और आगे भी सुरक्षा, अच्छा स्वास्थ्य और शक्ति प्राप्त होगी।