🌟 जब जीवन में परेशानियाँ चारों ओर से घेरने लगती हैं—चाहे वे किसी जाने–अनजाने शत्रु की वजह से हों, अचानक आए दुर्भाग्य से या पिछले जन्मों के कर्मों से—तो दर्द और बढ़ जाता है। लेकिन महाकाल की नगरी आपको इन कष्टों से राहत देने के लिए पुकार रही है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, ऐसी तीव्र पीड़ा अक्सर नकारात्मक ऊर्जा, अधूरी पितृ क्रियाओं या शत्रुजनित बाधाओं के कारण होती है। 2025 की आखिरी अमावस्या इन सब नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए अत्यंत शक्तिशाली मानी जाती है। इसी दिव्य समय पर मां बगलामुखी, काल भैरव और संकट मोचन हनुमान सर्व कष्ट निवारण पूजा और यज्ञ महाकाल की पवित्र नगरी में आयोजित किए जाते हैं, जिससे इसकी शक्ति और बढ़ जाती है।
🌟 शास्त्रों में मां बगलामुखी, जो दशमहाविद्याओं में आठवीं हैं, को अत्यंत शक्तिशाली देवी बताया गया है। वे शत्रुओं पर विजय और न्याय प्रदान करती हैं। उनकी पूजा नकारात्मक शक्ति को खत्म कर सही दिशा देती है।
बटुक भैरव, जो काल भैरव का बाल स्वरूप हैं, और काल भैरव, जो भगवान शिव का उग्र स्वरूप हैं, भय, अहंकार और समय की शक्ति तक पर विजय प्रदान करते हैं। उज्जैन में स्थित इनके विशेष मंदिरों में की गई पूजा मृत्यु-भय, रोगों और छुपे हुए खतरों से रक्षा करती है।
इसी प्रकार, संकट मोचन हनुमान वे देवता हैं जो असंभव को भी संभव कर देते हैं—समुद्र पार करना, लंका दहन करना, संजीवनी लाना—ये सब उनकी अपार शक्ति के उदाहरण हैं। उनका नाम ही ‘संकट दूर करने वाले’ का प्रतीक है। इन दिव्य शक्तियों की संयुक्त पूजा ऐसा सुरक्षा कवच बनाती है जिसमें कोई भी संकट या शत्रु प्रवेश नहीं कर सकता।
🌟 यह सर्व कष्ट निवारण पूजा और यज्ञ, उज्जैन के पवित्र स्थल पर विशेष विधियों के साथ किया जाएगा। यज्ञ में दी गई आहुति श्री काल भैरव की उग्र शक्ति को जागृत करती है, जो नकारात्मकता और बुरे कर्मों को जलाकर नष्ट करती है। वहीं, हनुमान की प्रार्थनाएं आगामी मार्ग से सभी बाधाओं को हटाने की दिशा दिखाती हैं।
🌟 यह महापूजा, जो श्री मंदिर द्वारा आयोजित है, जीवन में विजय, सुरक्षा और स्पष्टता के लिए अत्यंत शक्तिशाली माध्यम मानी गई है।