🚩 क्या दुर्भाग्य आपको रोक रहे हैं? इस शनिवार पाएं शनि के प्रकोप से राहत का आशीष 🌑
🏵️ शनि प्रकोप निवारण शनि महादान कुंजिका अर्पण एक विशेष पूजा है, जो शनि ग्रह के बुरे प्रभावों को शांत करने के लिए की जाती है। शनिदेव कर्मफलदाता माने जाते हैं, जो इंसान के कर्मों के अनुसार फल देते हैं। माना जाता है कि शनि के प्रकोप से जीवन में अड़चनें, कष्ट, और विलंब बढ़ते हैं, जिनका समाधान विधिवत साधना से ही संभव है।
💫 यह पूजा उन लोगों के लिए भी फलदायी मानी गई है, जिन पर शनि की साढ़ेसाती या ढैया का असर खत्म ही न हो रहा हो। इस अनुष्ठान में शनि महादान कुंजिका मंत्र का जाप किया जाता है, जो शनि के नकारात्मक प्रभावों को नष्ट करने में सहायक है। भक्त, शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए समर्पण भाव से यह पूजा कराते हैं, जिससे उनके जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता की रफ्तार बढ़ सके। इस अर्पण से शनि के प्रकोप से राहत की दिशा मिलती है और जीवन में शांति का आगमन होता है।
🪔 शनि महादान कुंजिका एक विशेष मंत्र है, जो शनि के प्रभाव को शांत करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मंत्र शनिदेव की पूजा में शक्ति बढ़ाने और उनके कुप्रभावों से बचाव में प्रभावशाली माना गया है। शनि महादान कुंजिका का जाप विशेष रूप से उनके लिए फलदायी है, जो शनि साढ़ेसाती, ढैया या महादशा से जीवन को तहस-नहस होता देख रहे हैं। इस मंत्र के नियमित जाप से जीवन में शनि के दोष तो दूर होते ही हैं, साथ ही आर्थिक परेशानियाँ भी तरक्की में बदल सकती हैं।
✨ यह अनुष्ठान उज्जैन के मायापति हनुमान मंदिर में होने जा रहा है, जहाँ हनुमान जी की भी पूजा अर्चना की जाती है। यहाँ हनुमान जी को मायापति के रूप में पूजा जाता है, जो भक्तों के दुःख-दर्द दूर करने और शक्ति प्रदान करने वाले देव हैं। हनुमान जी और शनिदेव का संबंध रामायण काल से है, जब लंका में हनुमान जी ने शनिदेव को रावण के बंदीगृह से मुक्त किया था। रावण ने अपने बाहुबल से शनिदेव को बंदी बना लिया था और वे बेहद कष्ट में थे। श्री मंदिर द्वारा इस शनि अनुष्ठान में भाग लें और जीवन में दुर्भाग्य और देरी से राहत का आशीष पाएं।