✨ ‘कटरा तीर्थ’ का नाम आते ही मन में जो एक छवि आती है, वह है माता का बुलावा, ऊंचे पहाड़ों पर लगे मैया के दरबार की रंग-बिरंगी झलकियां। इसी तलहटी में स्थित है दुर्गा जी का एक और मंदिर, जिसकी महिमा निराली है। यह है कटरा का नव दुर्गा मंदिर, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना गया है। यह मंदिर माता दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है, जहाँ भक्त एक ही स्थान पर माँ शैलपुत्री से माँ सिद्धिदात्री तक सभी स्वरूपों का दर्शन कर सकते हैं। इस शुक्रवार कटरा तीर्थ क्षेत्र में नव चंडी पूजन और हवन का आयोजन होने जा रहा है, जो भक्तों को नकारात्मकता, शत्रु बाधा और नज़रदोष से राहत दे सकता है।
🔱 नवरात्रि के साथ-साथ आम दिनों में भी यहाँ विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान होते हैं, जिसमें देशभर से श्रद्धालु भाग लेते हैं। मंदिर का वातावरण भक्तों को शक्ति, भक्ति और शांति का अनुभव कराता है। यह मंदिर पहाड़ों वाली मां की यात्रा के दौरान कटरा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है और उनकी आध्यात्मिक यात्रा को पूर्णता प्रदान करता है।
🍃 शुक्रवार का शुभ दिन मां के अनुष्ठानों के लिए बेहद शुभ माना गया है। कटरा तीर्थ क्षेत्र के मां नवदुर्गा मंदिर में ‘दुर्गा नव चंडी पूजन और हवन’ किया जाएगा। देवी माँ के नौ स्वरूपों की आराधना का यह बेहद शक्तिशाली अनुष्ठान है। इस पूजन में देवी दुर्गा के रूप — शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री — का विधिवत आह्वान किया जाता है। नव चंडी पाठ और हवन के साथ यह अनुष्ठान सम्पन्न होता है, जो भक्तों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति दे सकता है। मान्यता है कि इस पूजन से पाप नष्ट होते हैं, संकट दूर होते हैं और भक्तों को देवी माँ का आशीर्वाद मिलता है।
🔥शास्त्रों में मां दुर्गा की आराधना नकारात्मकता और बुरी नजर से राहत पाने का एक मजबूत माध्यम मानी गई है। देवी दुर्गा शक्ति और रक्षा की अधिष्ठात्री है, जो भक्तों के जीवन से अंधकार, भय और दुर्भावनाओं को दूर करती हैं। नव चंडी पूजन-हवन से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और बुरी नजर का असर खत्म होने लगता है। श्रद्धालु मानते हैं कि मां दुर्गा की कृपा से परिवार में सुख-शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। यह अनुष्ठान जीवन से नकारात्मकता और शुत्रुओं के नाश की शक्ति रखता है। श्री मंदिर द्वारा आयोजित इस महापूजा में भाग लें और मां दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन को एक नए बदलाव की दिशा दें।