✨🚩 इस गणेश चतुर्थी श्री चिंतामण गणेश मंदिर में आयोजित विशेष अनुष्ठान के भागी बन पाएं बुद्धि, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद🚩✨
भगवान गणेश को सौभाग्य, समृद्धि और बुद्धि का देवता माना गया है, और श्रद्धा से उनकी पूजा करने पर घर-परिवार में सुख-शांति और तरक्की आती है। यही कारण है कि गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में अपार भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जाता है। प्राचीन मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश जी का जन्म हुआ, इसलिए यह दिन उनके जन्मोत्सव के रूप में विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए अनेक विधियों से पूजा की जाती है, जिनमें गणेश मूल मंत्र जाप को सबसे प्रभावशाली माना गया है। हिंदू धर्म में हर मंत्र का अपना महत्व होता है, और गणेश जी के मंत्रों में यह मंत्र सबसे संक्षिप्त और शक्तिशाली माना जाता है।
ऐसा विश्वास है कि इस मंत्र के जाप से मन को शांति, स्मरण शक्ति में वृद्धि, कार्य में एकाग्रता और मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य प्राप्त होता है। चूंकि गणेश जी को बुद्धि के दाता के रूप में भी जाना जाता है, इसलिए उनकी पूजा से शिक्षा में सफलता और सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। इसी के साथ, द्वादश गणेश स्तोत्र का पाठ करना भी अत्यंत शुभ माना गया है। इसमें गणेश जी के बारह पावन नामों का वर्णन है, जिनके स्मरण से जीवन में हर दिशा से शुभता और प्रगति आती है। इसी पावन अवसर पर, उज्जैन के बड़ा गणेश मंदिर में 11,000 गणेश मूल मंत्र जाप और द्वादश गणेश स्तोत्र पाठ का भव्य आयोजन होगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान में सम्मिलित होकर शिक्षा में सफलता, उत्तम निर्णय क्षमता और जीवन में समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें।