💰 सावन का आखिरी गुरुवार : 16 हजार बृहस्पति मूल मंत्र जाप है इस साल का आखिरी अवसर
क्या आपने अनुभव किया है कि मेहनत के बावजूद व्यापार में ठहराव, करियर में रुकावटें या अचानक धन हानि हो रही है? क्या वित्तीय अवसर अंतिम समय में हाथ से फिसल जाते हैं? ज्योतिष के अनुसार, गुरु (बृहस्पति) की आराधना भक्तों को ऐसी स्थिति से बाहर निकाल सकती है। सावन का समापन करीब आ गया है और यदि अब तक आप इस पावन महीने की आराधना में शामिल नहीं हो पाए तो यह साल का आखिरी अवसर होने जा रहा है, जो जीवन में उन्नति के द्वार खोल सकता है।
कुंडली में जब देव गुरु बृहस्पति सही स्थान पर विराजमान रहते हैं तो आराधक को धन, समृद्धि और अटूट आत्मविश्वास से भरी ज़िंदगी मिलती है। संघर्ष बेहद कम समय में ही सफलता में बदलते हैं और धन की स्थिरता हमेशा जीवन में बनी रहती है। धन, वैभव और मान-सम्मान के लिए इंसान को कहीं भटकना नहीं पड़ता। माना जाता है कि बृहस्पति ग्रह ही इन सभी सुख-सुविधाओं को व्यक्ति के आस-पास लाकर खड़ा कर देता है। सावन के पावन महीने का यह आखिरी गुरुवार, 16 हजार बृहस्पति मूल मंत्र अनुष्ठान के लिए बेहद शुभ है, जो महादेव की नगरी काशी में होने जा रहा है।
🔹 16,000 बृहस्पति मूल मंत्र जाप – गुरु के सकारात्मक आशीर्वाद को बढ़ाता है और जीवन को उन्नति की ओर ले जाने की शक्ति रखता है।
🔹 शक्तिशाली हवन – जीवन में संतुलन स्थापित कर स्थायी समृद्धि आकर्षित करता है, जो सावन का आखिरी अवसर होने जा रहा है।
काशी क्यों? बृहस्पति मंदिर की आध्यात्मिक शक्ति ✨
काशी, जो महादेव, ज्ञान और समृद्धि की नगरी है, यहाँ स्थित बृहस्पति मंदिर अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह मंदिर स्वयं भगवान बृहस्पति द्वारा स्थापित माना जाता है। प्राचीन शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि इस मंदिर में पूजा करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव शांत होते हैं, जिससे बृहस्पति की कृपा से आर्थिक सफलता, स्थिरता और बुद्धिमत्ता की दिशा मिलती है। काशी के दिव्य ऊर्जा क्षेत्र में की गई यह पूजा अपने प्रभाव को कई गुना बढ़ा देती है, जिससे लंबे समय तक समृद्धि और धन-संचय में सहायक मानी गई है। यह सावन ही नहीं, इस साल का आखिरी अवसर है, जिसे हाथ से न जाने दें!