📿 क्या आप अपने जीवन में अनजाने पापों, मानसिक बोझ और आत्मिक रुकावटों से मुक्ति पाना चाहते हैं?
🕉️ मन की शांति और आत्मिक स्वच्छता के लिए अजा एकादशी पर आयोजित कमलेश्वर महादेव पाप निवारण पूजा एवं 1008 दीपोत्सव में शामिल होकर प्रभु की शरण में आइए 🔱
जब मन भारी हो, सोच उलझी हो और जीवन की राह धुंधली लगे, तब देवों के देव महादेव ही वह शांत प्रकाश हैं, जो हर दिशा को आलोकित कर देते हैं। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अजा एकादशी ऐसा ही एक पावन अवसर है, जो आत्मा को पवित्र करने और जीवन से अंधकार दूर करने का मार्ग खोलता है। शास्त्रों में इसे अश्वमेध यज्ञ के समान फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस दिन महादेव की भक्ति करने से पापों का क्षय होता है, आत्मा को मोक्ष का मार्ग मिलता है और जीवन में सुख-शांति का प्रवाह आता है। अजा एकादशी केवल व्रत का दिन नहीं, बल्कि भीतर जमा अपराधबोध, मानसिक बोझ और नकारात्मक ऊर्जा को त्यागने का समय है। इस दिन भगवान शिव की आराधना मन और आत्मा दोनों को हल्का करने का एक अद्भुत माध्यम है।
उत्तराखंड के श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर में यह तिथि विशेष रूप से पूजनीय मानी जाती है। कहा जाता है कि त्रेता युग में भगवान विष्णु ने यहीं कठोर तपस्या कर महादेव को प्रसन्न किया था। उनकी अनन्य भक्ति से प्रसन्न होकर महादेव ने उन्हें सुदर्शन चक्र का दिव्य आशीर्वाद प्रदान किया। तभी से यह स्थान पाप निवारण और मानसिक शांति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इसीलिए इस वर्ष अजा एकादशी पर श्री कमलेश्वर महादेव मंदिर में पाप निवारण पूजा एवं 1008 दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा। इसमें वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पवित्र जल, पंचामृत और औषधीय द्रव्यों से महादेव का पूजन किया जाएगा। इसके बाद 1008 दीपों की आलोकमय श्रृंखला मंदिर प्रांगण को ऐसे प्रकाशमय करेगी, मानो हर दीप मन के अंधकार को मिटाने का संकल्प लिए प्रज्वलित हो।
मान्यता है कि इस दीपों की ज्योति में की गई प्रार्थना भीतर के बोझ को हल्का करती है और जीवन में सकारात्मकता, स्थिरता और नई ऊर्जा का संचार करती है। जब साधक अपनी पीड़ा और दुख महादेव के चरणों में अर्पित करता है, तो उसे आत्मा की गहराइयों तक शांति और सुकून का अनुभव होता है। यह केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि अपने भीतर से अंधकार हटाकर नई शुरुआत करने का अवसर है। इस अजा एकादशी, महादेव की कृपा से अपने जीवन में उजाला भरें और पाप निवारण के इस दिव्य मार्ग का हिस्सा बनें।