बुध ग्रह, जिसे बुध के नाम से भी जाना जाता है, यह सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है और इसे ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, संचार, भाषण एवं लेखन क्षमता का प्रतीक माना जाता है। जब कुंडली में बुध मजबूत होता है, तो यह ज्ञान एवं तर्क क्षमता को बढ़ाता है वहीं, अगर बुध पीड़ित है या कुंडली में कमजोर स्थिति में है, तो जातक को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कुंडली में बुध ग्रह के कमजोर होने से व्यक्ति के दैनिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप संभावित रूप से मानसिक स्थिति और निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होती है, साथ ही व्यापार व नौकरी में तरक्की और सफलता में बाधाएं आ सकती हैं। बुधवार का दिन बुध देव को समर्पित है और रेवती नक्षत्र का स्वामी बुध है। ऐसे में माना जाता है कि बुधवार के शुभ दिन एवं रेवती नक्षत्र में बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए पूजा करना बहुत लाभकारी माना जाता है। इसलिए, बुधवार को उज्जैन के श्री नवग्रह शनि मंदिर में बुध ग्रह शांति पूजा: 17,000 बुध मूल मंत्र जाप एवं हवन का आयोजन किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और बुध के अशुभत्व से मुक्ति के साथ संचार कौशल में सुधार एवं व्यावसायिक जीवन में विवादों से मुक्ति का आशीष पाएं।