क्या दांपत्य जीवन में तनाव, दूरी या अनबन ने घर का सुख चैन छीन लिया है? करवा चौथ के पावन अवसर पर देवी त्रिदेवी के आशीर्वाद से अपने वैवाहिक जीवन में प्रेम, स्थिरता और सौभाग्य का संचार करें 🌙💑
हिंदू धर्म में करवा चौथ केवल व्रत का दिन नहीं, बल्कि वैवाहिक जीवन के पवित्र बंधन को और गहरा करने का अवसर माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं पति की दीर्घायु और परिवार के कल्याण के लिए कठोर व्रत रखती हैं और देवी गौरी, माँ लक्ष्मी और माँ पार्वती की विशेष आराधना करती हैं। इस वर्ष करवा चौथ शुक्रवार को पड़ रहा है, जो स्वयं शुक्र ग्रह का दिन होने के कारण प्रेम, सौहार्द और वैवाहिक संबंधों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
✨ इस विशेष अवसर पर हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठ श्री चामुंडा देवी मंदिर में आयोजित “करवा चौथ त्रिदेवी विशेष” अनुष्ठान में तीन देवी शक्तियों मां लक्ष्मी, मां गौरी और मां पार्वती की सामूहिक उपासना की जाएगी।
🌸 इस अनुष्ठान में निम्नलिखित अनुष्ठान होंगे:
वैभव लक्ष्मी पूजा: पारिवारिक समृद्धि, गृहस्थ जीवन में शांति और आर्थिक स्थिरता के लिए मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु।
11,000 गौरी मंत्र जाप: देवी गौरी (पार्वती) का आह्वान कर वैवाहिक संबंधों में प्रेम, स्नेह और आपसी समझ को सुदृढ़ करने के लिए।
अखंड सौभाग्य प्रार्थना: पति के दीर्घायु, पत्नी के अखंड सौभाग्य और जीवनभर साथ निभाने वाले दांपत्य बंधन के लिए विशेष प्रार्थना।
यदि वैवाहिक जीवन में दूरी बढ़ रही है, रिश्ते में ठहराव या ठंडापन महसूस हो रहा है, या परिवार में शांति और खुशहाली कम हो गई है तो यह अनुष्ठान इन सभी समस्याओं को दूर कर आपके जीवन में पुनः प्रेम और संतुलन लाने का शक्तिशाली उपाय है।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से करवा चौथ जैसे शुभ अवसर पर देवी त्रिदेवी के आशीर्वाद से अपने संबंधों को नई ऊर्जा दें, और गृहस्थ जीवन को प्रेम, सौहार्द और समृद्धि से भरें।