🕉️ क्या आप जीवन में लगातार बाधाएं, असफलता और नकारात्मकता से घिरा महसूस कर रहे हैं?
क्या आपके करियर और रिश्तों में असफलता, दुर्भाग्य या किसी कारण से पीछे छूट जाने का सिलसिला लगातार जारी है? अगर आपको लगता है कि पूरी कोशिशों के बावजूद आपको उन्नति दूर-दूर तक नहीं दिख रही तो हो सकता है कि आप काल सर्प दोष से ग्रस्त हों। शास्त्रों के अनुसार, काल सर्प दोष एक ज्योतिषीय योग है जो तब बनता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं। इसे जीवन में बाधाओं, असमय संकटों, मानसिक तनाव, करियर में रुकावट, वैवाहिक जीवन में कलह और आर्थिक अस्थिरता का कारण माना गया है।
🕉️ एकादशी और आर्द्रा नक्षत्र में काल सर्प दोष शांति पूजा 🔱
उज्जैन स्थित क्षिप्रा घाट पर काल सर्प दोष पूजा अनुष्ठान बहुत शुभ और प्रभावशाली माना गया है। एकादशी और आर्द्रा नक्षत्र का संयोग इसे अनेकों पूजाओं के बराबर फलदायी बना देता है। यह पवित्र स्थान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के करीब है, जहाँ शिव जी की कृपा विशेष रूप से सक्रिय मानी जाती है। क्षिप्रा नदी को पापों और दोषों को धोने वाली नदी कहा गया है। यहाँ काल सर्प दोष शांति के लिए राहु-केतु, और भगवान शिव का विशेष अभिषेक, रुद्र पाठ, कालसर्प शांति मंत्र जाप जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस घाट पर की गई पूजा से जीवन की रुकावटें, भय, और मानसिक अस्थिरता शांत हो सकती है।
🪴 अजा एकादशी की कथा और महत्व:
पुराणों के अनुसार, हरिशचंद्र नामक सत्यवादी राजा ने एक समय अपने वचन के पालन हेतु अपना राज्य, पत्नी और पुत्र तक त्याग दिया और श्मशान में काम करने लगे। दुख और कष्टों से पीड़ित राजा ने महर्षि गौतम से मार्गदर्शन माँगा। गौतम ऋषि ने उन्हें अजा एकादशी का व्रत करने की सलाह दी। राजा हरिशचंद्र ने विधिपूर्वक इस व्रत का पालन किया, जिससे उनके सभी पाप नष्ट हो गए, खोया हुआ राज्य, पत्नी और पुत्र पुनः प्राप्त हो गए और अंत में वे स्वर्ग को प्राप्त हुए।
अक्सर काल सर्प दोष जीवन में इतना हावी हो जाता है कि रात में सांपों के सपने आते हैं, पूरा दिन भय में बीतता है। शत्रुओं से पराजय का डर मन में घर बना लेता है। किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती और जीवन दुखमय गुजरने लगता है। यदि आप जीवन में इस तरह की परिस्थिति से गुजर रहे हैं तो समय आ गया है कि साल के दुर्लभ संयोग - एकादशी-आर्द्रा नक्षत्र में - विद्वानों द्वारा संपन्न काल सर्प दोष शांति पूजा में सहभागी बनें।
🛕अजा एकादशी-आर्द्रा नक्षत्र के इस पावन संयोग में श्री मंदिर, क्षिप्रा घाट उज्जैन में भक्तों को काल सर्प दोष शांति पूजा में भाग लेने का एक दिव्य अवसर प्रदान कर रहा है।