🪔 सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। यह वह पवित्र समय है, जब हम अपने पूर्वजों की आत्मा शांति और मोक्ष के लिए पितृ दोष निवारण जैसे अनुष्ठान करते हैं। साल 2025 में यदि आप समस्याओं से घिरे रहे, धन कमाया लेकिन टिका नहीं, रिश्तों में दरारें बढ़ती गईं या सफलता हाथ में आते-आते कहीं अटक गई तो यह आखिरी अमावस्या जीवन को नई दिशा दे सकती है। एक साथ 5 तीर्थ - गया, गोकर्ण, प्रयागराज, रामेश्वरम और काशी में होने जा रही यह पितृ महापूजा कर्मों की शुद्धि के लिए सबसे फलदायी मानी गई है।
🍃 अन्य तिथियों का अलग महत्व है लेकिन साल की अंतिम अमावस्या पर पितृ अनुष्ठान एक सुनहरा अवसर है। वेदों, उपनिषदों और पुराणों में अमावस्या पर पितृ महापूजाओं का महत्व विस्तार से बताया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार, यदि ये अनुष्ठान न किए जाएं तो पितृ ऋण अधूरा रह सकता है, जिससे परिवार में झगड़े, तरह-तरह की कठिनाइयाँ उत्पन्न होती हैं, जैसे – नौकरी में रुकावट, संतान की शिक्षा या करियर में देरी, आर्थिक तंगी और बार-बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं।
🪶इस पवित्र अवसर पर श्री मंदिर द्वारा पंच तीर्थ पितृ दोष निवारण महापूजा और काशी गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है। इस दिव्य अनुष्ठान के लिए देश के 5 प्रमुख मोक्ष स्थल चुने गए हैं, जहाँ एक साथ विशेष पूजाएँ होंगी:
🛕 धर्मारण्य वेदी, गया – विष्णु पुराण के अनुसार यहाँ पितृ कर्म करने से पितरों की आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति संभव है।
🛕 गोकर्ण क्षेत्र, कर्नाटक – स्कंद पुराण में वर्णित, यहाँ पूर्वजों के अनुष्ठानों से पितरों की अपूर्ण इच्छाएँ पूर्ण होती हैं और आत्मा को मुक्ति संभव है।
🛕 त्रिवेणी संगम, प्रयागराज - यहां का विशेष महत्व है, क्योंकि यह त्रिवेणी संगम, अर्थात गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम का स्थल है। यहां के अनुष्ठानों से मोक्ष (जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति) प्राप्ति की मान्यता है।
🛕 रामेश्वरम घाट, तमिलनाडु – मान्यता है कि यह ऋणमोचन क्षेत्र पितृ शांति, पितृ श्राप निवारण पूजाओं के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
🛕 पिशाच मोचन कुंड, काशी – माना जाता है कि यहाँ किए गए अनुष्ठान पितरों को पापबंधन से मुक्त कर ऊँचे लोकों की ओर प्रस्थान का मार्ग देते हैं।
इस महापूजा के साथ काशी के अस्सी घाट पर गंगा आरती भी आयोजित की जाएगी। श्रद्धा से किया गया यह अनुष्ठान पितरों की आत्मा की शांति, परिवार की समृद्धि और जीवन में सुख-शांति का आशीर्वाद देने वाला माना गया है।
श्री मंदिर द्वारा आयोजित यह अनुष्ठान पाँचों मोक्ष स्थलों पर एक साथ सम्पन्न होगा, जिससे इस पूजा की शक्ति और भी बढ़ जाती है।
🪔 पितरों की कृपा से घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद पाने का यह अद्भुत अवसर है।