✨ ‘कटरा तीर्थ’ का नाम आते ही मन में जो एक छवि आती है, वह है माता का बुलावा, ऊंचे पहाड़ों पर लगे मैया के दरबार की रंग-बिरंगी झलकियां। इसी तलहटी में स्थित है दुर्गा जी का एक और मंदिर, जिसकी महिमा निराली है। यह है कटरा का नव दुर्गा मंदिर, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना गया है। यह मंदिर माता दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है, जहाँ भक्त एक ही स्थान पर माँ शैलपुत्री से माँ सिद्धिदात्री तक सभी स्वरूपों का दर्शन कर सकते हैं। इस गुरुवार कटरा तीर्थ क्षेत्र में मां कुष्मांडा शक्ति पूजा और 10 हजार नर्वाण मंत्र जाप का आयोजन होने जा रहा है, जिससे जीवन में बेहतर स्वास्थ्य, स्फूर्ति और रचनात्मकता का आशीर्वाद मिल सकता है।
माँ कुष्मांडा शक्ति पूजा:
नवरात्रि के चौथे दिन माँ दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। इन्हें सृष्टि की जननी माना जाता है, जिन्होंने अपनी दिव्य मुस्कान से ब्रह्मांड की रचना की। माँ कुष्मांडा शक्ति उपासना से भक्तों को ऊर्जा, स्वास्थ्य, समृद्धि और दीर्घायु का आशीर्वाद मिल सकता है। इस दिन भक्त माँ को कुम्हड़ा (कूष्मांड), पुष्प, फल, वस्त्र आदि भोग अर्पित करते हैं। मान्यता है कि श्रद्धा से की गई इस पूजा से अलौकिक तेज, आत्मबल और नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा मिलती है। नवरात्रि में माँ कुष्मांडा की कृपा से जीवन में नई ऊर्जा और सुख-समृद्धि का संचार संभव है।
माँ कुष्मांडा 10,000 नर्वाण मंत्र जाप:
सनातन में नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पर माँ दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की उपासना का बड़ा महत्व है। माँ कुष्मांडा को सृष्टि की जननी माना गया है, जिन्होंने अपनी दिव्य ऊर्जा से ब्रह्मांड की रचना की। इस पावन अवसर पर कटरा तीर्थ में होने जा रहा 10,000 नर्वाण मंत्र जाप जीवन से नकारात्मक ऊर्जा, बाधाएँ और अशुभ प्रभाव दूर करने में सहायक माना गया है। मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान इस अनुष्ठान से जीवन में स्वास्थ्य, स्फूर्ति और रचनात्मक ऊर्जा का आशीर्वाद मिलता है।
यह आराधना कटरा (जम्मू) स्थित नवदुर्गा मंदिर में होने जा रही है। यह धाम माँ दुर्गा के 9 स्वरूप - शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री को समर्पित है। मान्यता है कि इस मंदिर में की गई साधना से भक्तों को जीवन में बेहतर स्वास्थ्य और जीवन में रचनात्मकत ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
🔱 श्री मंदिर द्वारा आयोजित इस महापूजा में भाग लें और मां कुष्मांडा के आशीर्वाद से जीवन को एक नए बदलाव की दिशा दें।