🙏क्यों माना जाता है बजरंग बाण हनुमान चालीसा से भी अधिक शक्तिशाली?
सनातन धर्म में श्री हनुमान जी को अतुल बल, साहस और रक्षा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। सप्ताह के सभी दिनों में शनिवार को हनुमान जी की उपासना के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है। इस दिन भक्त विशेष पूजा-अर्चना करके प्रभु के आशीर्वाद की कामना करते हैं। ऐसे ही एक पावन अवसर पर उज्जैन स्थित मायापति हनुमान मंदिर में एक विशेष और दिव्य पूजन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सम्पूर्ण वैदिक विधि से पूजा संपन्न की जाएगी। इस अनुष्ठान को 21 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा संपन्न किया जाएगा, जिससे इसका आध्यात्मिक प्रभाव और भी अधिक शक्तिशाली हो जाता है।
इस विशेष पूजा में दो शक्तिशाली स्तोत्रों का पाठ किया जाएगा:
🔸 बजरंग बाण पाठ:
गोसाईं तुलसीदास जी द्वारा रचित यह स्तोत्र हनुमान जी को समर्पित सबसे प्रभावशाली प्रार्थनाओं में से एक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसका प्रभाव हनुमान चालीसा से भी अधिक तीव्र होता है। नियमित रूप से इसका पाठ करने से तुरंत नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और छिपे व प्रकट शत्रुओं से रक्षा मिलती है।
🔸 हरि मार्कट मार्कटाय मंत्र:
यह मंत्र हनुमान जी के उग्र मार्कट (वानर) स्वरूप को समर्पित है। यह मंत्र विशेष रूप से नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है, जीवन की बाधाओं को दूर करता है और शत्रुओं पर विजय दिलाने वाला माना गया है। भय या कठिन परिस्थितियों में इसका जाप मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और आत्मविश्वास देता है।
इस अनुष्ठान में निम्न जाप सम्मिलित होंगे:
🔹 बजरंग बाण का 1008 बार पाठ
🔹 हरि मार्कट मार्कटाय मंत्र का 11,000 बार जाप
आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान का हिस्सा बन सकते हैं और श्री हनुमान जी से विपत्तियों से रक्षा, मानसिक व शारीरिक बल और सभी प्रकार की नकारात्मकता से मुक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।