मीन राशि को कोमल, कल्पनाशील और गहराई से महसूस करने वाली राशि माना जाता है। इस राशि के लोग दिल से सोचते हैं, भावनाओं को महत्व देते हैं और दूसरों के दुख–सुख को तुरंत समझ लेते हैं। इनमें स्वाभाविक रूप से करुणा, रचनात्मकता और अंतर्ज्ञान होता है। लेकिन यही संवेदनशीलता कई बार इन्हें भीतर से अस्थिर कर देती है। जब आसपास की स्थितियाँ भारी होती हैं, तो मीन राशि वाले उन भावनाओं को अपने भीतर खींच लेते हैं, जिससे मन में उलझन, ज़रूरत से ज़्यादा सोचने की आदत और दिशा खो देने जैसी स्थिति बन सकती है। इसी वजह से मीन राशि के जीवन में स्पष्टता, मानसिक मजबूती और स्थिर ऊर्जा की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है।
वैदिक ज्योतिष में मीन राशि का स्वामी ग्रह गुरु (बृहस्पति) है, जो ज्ञान और प्रगति का प्रतीक है। पानी तत्व की राशि होने के कारण चंद्रमा की ऊर्जा भी इन्हें गहराई से प्रभावित करती है। यह दोनों मिलकर मीन राशि को भावनात्मक रूप से समृद्ध बनाते हैं, लेकिन कभी-कभी व्यावहारिक निर्णय लेने में कमी छोड़ देते हैं। 2025 के अंत तक मीन राशि वालों के लिए ऐसी ऊर्जा की जरूरत और बढ़ जाती है जो मन को दिशा दे सके और भावनाओं को संतुलन प्रदान कर सके। यहीं पर सूर्य देव का प्रभाव मीन राशि के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। सूर्य दृढ़ता, अनुशासन, स्पष्ट सोच और आंतरिक शक्ति का स्रोत माने जाते हैं। जब मीन राशि वाले सूर्य की ऊर्जा से जुड़ते हैं, तो उनका मन स्थिर होने लगता है और विचार स्पष्ट रूप से सामने आने लगते हैं। संवेदनशीलता बोझ बनने के बजाय ताकत में बदल जाती है।
निर्णय लेने में आत्मविश्वास आता है और ऊर्जा बहने लगती है। सूर्य उपासना से नियमितता बढ़ती है, मन में सकारात्मकता आती है और जीवन के उद्देश्य की ओर कदम बढ़ाना आसान हो जाता है। सूर्य मंत्रों का जाप, सुबह के समय सूर्य को अर्घ्य देना या थोड़े समय के लिए सूर्य के प्रकाश पर ध्यान करना मीन राशि वालों के मन को शांत करता है और भावनाओं को संतुलित रखता है। इससे करियर में स्पष्टता आती है, परिवार में सामंजस्य बढ़ता है और बच्चों की सुरक्षा व उन्नति का आशीर्वाद भी आसानी से प्राप्त होता है। इस संतुलन को गहराई से महसूस करने के लिए जयपुर के प्राचीन गलता जी सूर्य मंदिर में मीन राशि विशेष सूर्य पूजा का आयोजन श्री मंदिर के माध्यम से किया जा रहा है।
पहाड़ियों के बीच स्थित यह मंदिर सूर्य की शांत, स्थिर और शक्तिशाली ऊर्जा से भरा माना जाता है। यहाँ सूर्योदय के समय की गई प्रार्थना मन की थकावट को दूर करती है, भीतर नई शक्ति जगाती है और विचारों को स्पष्ट करती है। आप भी साल 2025 के अंत से पहले इस पवित्र स्थल पर आयोजित मीन राशि सूर्य पूजा में जुड़कर आत्मविश्वास, मानसिक स्थिरता और करियर से संबंधित दिशा को फिर से महसूस कर सकते हैं। यही सही समय है इस दिव्य ऊर्जा से जुड़ने का…☀️✨