क्यों है मांगलिक दोष पूजा के लिए साल 2025 बेहद विशेष ? 🕉️✨
मांगलिक दोष के कारण हो रही है विवाह में देरी? 💍🤔
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष 2025 को मंगल का वर्ष माना जा रहा है। कुंडली में मंगल ग्रह का संबंध विवाह से होता है। यदि कुंडली में मंगल कुछ विशेष भावों में स्थित हो तो इसे मांगलिक दोष कहते हैं। इस दोष के कारण विवाह में देरी और रिश्तों में कलह की स्थिति बनती है। यह दोष स्त्री और पुरुष दोनों को प्रभावित करता है, जिससे वैवाहिक जीवन में कलह और अनचाही समस्याएं आती हैं। यही कारण है कि मंगल के वर्ष कहे जाने वाले वर्ष 2025 में मांगलिक दोष निवारण महापूजा, भात पूजा और श्री मंगलनाथ महाभिषेक जैसे अनुष्ठान मांगलिक दोष के निवारण के लिए विशेष महत्व रखते हैं। माना जाता है कि ये अनुष्ठान न केवल इस दोष के नकारात्मक प्रभावों को कम करते हैं बल्कि रिश्तों में खुशियां लाते हैं और विवाह में देरी से बचने का आशीर्वाद भी देते हैं। श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर मांगलिक दोष के निवारण के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। उज्जैन में स्थित इस मंदिर को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है।
मत्स्य पुराण के अनुसार, मंगल ग्रह की उत्पत्ति भगवान शिव के अंधकासुर राक्षस से युद्ध के दौरान उनके पसीने की बूंद से हुई थी। इस पवित्र स्थान पर देवताओं ने एक शिवलिंग की स्थापना की, जिसे मंगलनाथ महादेव के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में की जाने वाली पूजा और अभिषेक को अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है। यही कारण है कि इस मंगलवार को श्री मंगलनाथ महादेव मंदिर में मांगलिक दोष निवारण महापूजा, भात पूजा और श्री मंगलनाथ महाभिषेक का आयोजन किया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इन अनुष्ठानों में भाग लेने से रिश्तों में खुशियों का आशीर्वाद मिलता है और विवाह संबंधी सभी समस्याएं हल होती हैं। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग ले सकते हैं और मंगलनाथ महादेव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।