🔱 21 ब्राह्मणों द्वारा रात्रि के 3 सबसे शुभ मुहूर्तों में पहली बार होने जा रहा है ऐसा त्रिकाल अभिषेक, जो बदल सकता है आपका भाग्य🔱
गुप्त नवरात्रि एक अत्यंत रहस्यमयी और शक्तिशाली साधना का पर्व है, जिसमें देवी दुर्गा के दस महाविद्याओं की विशेष आराधना की जाती है। यह समय विशेष रूप से उन साधकों के लिए महत्वपूर्ण होता है जो आत्मिक जागरण, अदृश्य बाधाओं से मुक्ति और जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं। इन दस महाविद्याओं में महा काली को सबसे रौद्र, जाग्रत और संहारक शक्ति के रूप में पूजा जाता है। वे केवल समय की अधिष्ठात्री नहीं, बल्कि स्वयं काल का अंत करने वाली देवी हैं। वे अंधकार, भय, तमोगुण और नकारात्मक ऊर्जा को समूल नष्ट कर देती हैं। महाकाली की कृपा से साधक को आत्मबल, सुरक्षा, और जीवन के हर क्षेत्र में इच्छित फल प्राप्त होते हैं।
इसी कृपा की प्राप्ति के लिए, पहली बार कोलकाता के प्रसिद्ध कालीघाट शक्तिपीठ में एक दुर्लभ मध्यरात्रि त्रिकाल शुद्धि अभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। इस दिव्य अनुष्ठान में 21 ब्राह्मणों द्वारा रात्रि के तीन सबसे शुभ और सिद्ध माने जाने वाले मुहूर्तों (रात 10 बजे, 12 बजे और 2 बजे) में वैदिक विधियों से महाकाली का आवाहन करेंगे। विशेष सामग्रियों के साथ सम्पन्न इस अभिषेक का उद्देश्य भूत, वर्तमान और भविष्य तीनों कालों की शुद्धि है। दरअसल रात्रि के ये तीन काल शक्ति जागरण, सिद्धि प्राप्ति और समाधान की ऊर्जाओं से जुड़े होते हैं। जब इनमें महाकाली की आराधना की जाती है, तो साधक की छुपी हुई बाधाएं, पूर्व जन्मों की नकारात्मकताएं और वर्तमान की विफलताएं शांत होती हैं।
यह अभिषेक उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो विवाह में रुकावट, संतान संबंधी चिंता, करियर या व्यवसाय में बाधा, आर्थिक संकट या मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं। महाकाली की कृपा से ऐसी समस्याएं शांत होकर जीवन में नई दिशा मिलती है। आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस त्रिकाल महाकाली अभिषेक में भाग लेकर अपने जीवन को शक्ति, स्थायित्व और समृद्धि से भर सकते हैं। यह अवसर उन सभी के लिए है जो जीवन में पूर्णता और देवी की कृपा पाना चाहते हैं|