🛡️ गुप्त नवरात्रि अष्टमी पर हनुमान जी, काल भैरव और माँ काली की प्रचंड रक्षा शक्ति को करें जाग्रत 🔥
गुप्त नवरात्रि आषाढ़ मास का एक पावन नौ दिवसीय पर्व है, जो माँ दुर्गा के उग्र और शक्तिशाली रूपों की साधना को समर्पित होता है। इन नौ दिनों में अष्टमी तिथि को विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन की गई तांत्रिक साधना और रक्षा पूजा से छिपे हुए भय, नकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक रुकावटें दूर हो जाती हैं। इस विशेष अष्टमी पर हनुमान जी, काल भैरव और माँ काली की संयुक्त उपासना की जाती है, जो भक्तों को अदृश्य संकटों, शत्रुओं और मानसिक डर से सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह त्रिदैवीय सम्पूर्ण सुरक्षा (संपूर्ण सुरक्षात्मक आवरण) की प्रतीक मानी जाती हैं:
🔹 हनुमान जी भक्त को शक्ति, भक्ति और निर्भयता प्रदान करते हैं।
🔹 काल भैरव अज्ञान और अंधकार का नाश कर जीवन पथ को सुरक्षित बनाते हैं।
🔹 माँ काली नकारात्मक शक्तियों का समूल नाश कर विजय का आशीर्वाद देती हैं।
इन तीनों दिव्य शक्तियों की सामूहिक पूजा से साधक के चारों ओर एक शक्तिशाली आध्यात्मिक सुरक्षा कवच बनता है। यह यज्ञ छिपी हुई बाधाओं और ऊर्जात्मक रुकावटों को समाप्त करता है और जीवन में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। इस पावन अवसर पर श्री मंदिर द्वारा शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में श्री हनुमान–भैरव–महालक्ष्मी संपूर्ण सुरक्षा महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।
🙏 इस महायज्ञ में भाग लेकर पाएं:
✅ नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति
✅ जीवन की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति
✅ शत्रुओं और छिपे संकटों से दिव्य रक्षा
गुप्त नवरात्रि की इस सर्वाधिक शक्तिशाली अष्टमी पर श्री मंदिर के साथ जुड़ें और हनुमान जी, काल भैरव व माँ काली की अडोल रक्षा शक्ति का आह्वान करें।