💫 सनातन धर्म में माँ महालक्ष्मी को श्री का स्वरूप माना गया है—यह वही पवित्र ऊर्जा है जो धन, सुख-शांति और समृद्धि से हर घर को चलायमान रखती है। जब कर्मों का असंतुलन, ग्रह दोष या बार-बार का आर्थिक तनाव इस ऊर्जा को बाधित करता है, तो अचानक खर्च, आय में अस्थिरता, बचत का खत्म होना और यह भावना बनने लगती है कि मेहनत के बावजूद भाग्य साथ नहीं दे रहा। जैसे दीपक की बाती सूखने पर रोशनी कम हो जाती है, वैसे ही माँ लक्ष्मी की कृपा रुकने पर समृद्धि कमजोर पड़ने लगती है। इसका असर धीरे-धीरे जीवन के चारों क्षेत्रों—धन, रिश्ते, मानसिक शांति और पारिवारिक स्थिरता—पर पड़ता है।
इसी कारण श्री मंदिर चार शुक्रवारों की महालक्ष्मी धन समृद्धि महापूजा का आयोजन कर रहा है, जहाँ हर शुक्रवार समृद्धि के एक विशेष पहलू के लिए समर्पित होगा। नियमित पूजा और मंत्र जाप के माध्यम से भक्त कर्म बाधाओं को दूर कर आर्थिक स्थिरता और चंचला लक्ष्मी की निरंतर कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं।
🌸 यह 4-सप्ताहीय अनुष्ठान 9, 16, 23 और 30 जनवरी को होगा:
• पहला शुक्रवार (9 जनवरी): आर्थिक रुकावटें और कर्ज से राहत
• दूसरा शुक्रवार (16 जनवरी): व्यवसाय और करियर में वृद्धि
• तीसरा शुक्रवार (23 जनवरी): घर की संपत्ति और पारिवारिक वित्तीय स्थिरता
• चौथा शुक्रवार (30 जनवरी): दीर्घकालीन समृद्धि और माँ लक्ष्मी की कृपा
💰 पुराणों के अनुसार, समुद्र मंथन से माँ लक्ष्मी कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुईं और उन्होंने भगवान विष्णु को वर के रूप में चुना—यह दर्शाता है कि धन वहीं टिकता है, जहाँ शांति, धर्म और भक्ति होती है।
कोल्हापुर के महालक्ष्मी अंबाबाई शक्तिपीठ में होने वाली इस विशेष पूजा में 11,000 महालक्ष्मी मंत्र जाप और धन समृद्धि हवन किया जाएगा। जैसे-जैसे अग्नि प्रज्वलित होगी, ऐसा माना जाता है कि माँ लक्ष्मी की निरंतर कृपा, आर्थिक स्थिरता और समृद्धि भक्तों के जीवन में प्रवाहित होती है।
✨ श्री मंदिर के माध्यम से यह महापूजा धन, सफलता और स्थायी सौभाग्य के लिए दिव्य आशीर्वाद का आमंत्रण है।