🔴 सावन के अंतिम मंगलवार पर शिव जी और हनुमान जी की संयुक्त कृपा पाने का अंतिम दिव्य अवसर 🙏
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे पावन माना जाता है। वहीं मंगलवार का दिन हनुमान जी के लिए विशेष होता है। जब सावन का मंगलवार आता है, तो यह दिन दोनों ही देवताओं की कृपा पाने का एक शक्तिशाली अवसर बन जाता है। इस बार का मंगलवार और भी खास है क्योंकि यह सावन का अंतिम मंगलवार है, जिसे विशेष रूप से फलदायी माना गया है। हनुमान जी को शिव जी का अवतार माना जाता है और उन्हें उनके बल, भक्ति और रक्षा के लिए पूजा जाता है। सनातन धर्म के अनुसार, हनुमान जी कलयुग के एकमात्र जीवित देव हैं और सच्चे मन से की गई प्रार्थनाओं का फल तुरंत देते हैं।
इसी विशेष दिन पर श्री हनुमान गढ़ी मंदिर में एक विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस पवित्र मंदिर की महिमा का वर्णन रामायणकाल से प्राप्त होता है। कहा जाता है कि यह मंदिर उसी स्थान पर स्थित है जहाँ स्वयं भगवान राम ने लंका विजय के पश्चात हनुमान जी को निवास हेतु स्थान प्रदान किया था। माना जाता है कि इस मंदिर में आज भी वे अपने भक्तों के कष्टों को सुनते हैं और उनका निवारण करते हैं। इसके साथ ही घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाएगा, घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, जो महाराष्ट्र के देवगिरि पर्वत के पास स्थित है। यह केवल एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि शिवभक्ति की अमिट गाथा का प्रतीक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार घुश्मा नाम की एक स्त्री रोज़ 101 पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करती थीं और उन्हें एक सरोवर में प्रवाहित करती थीं। एक दिन उसकी बहन ने ईर्ष्या में आकर अपनी ही बहन के पुत्र को मार डाला, फिर भी घुश्मा ने अपनी पूजा नहीं छोड़ी। उसकी सच्ची भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए, उसके पुत्र को जीवनदान दिया और खुद इस स्थान पर वास करने का वचन दिया। तभी से इस जगह को 'घृष्णेश्वर' कहा जाने लगा।
इन दोनों पूजाओं को 11 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पूरी श्रद्धा और विधि से संपन्न किया जाएगा। यदि आप अपने जीवन में मानसिक शांति, ऊर्जा और स्वास्थ्य का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो इस सावन श्री मंदिर के माध्यम से इस पावन पूजन से जुड़ सकते हैं और शिव जी व हनुमान जी की संयुक्त कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
तो देर किस बात की? इस बार श्री मंदिर के माध्यम से आयोजित इस पावन अनुष्ठान में भाग लें और भगवान शिव एवं हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करें।