🌿अजा एकादशी का अवसर : पितृ शांति और गंगा अभिषेक पूजा से प्रसन्न हो सकते हैं आपके पूर्वज ✨
✨ हिंदू कैंलेडर में सावन समापन के बाद भाद्रपद महीने की शुरुआत होती है। भाद्रपद महीना त्योहारों से भरपूर रहता है, जिसमें जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी जैसे त्योहार भक्तों के बीच धूमधाम से मनाए जाते हैं। त्योहारों के इस महीने में आराधना और अनुष्ठान भी भव्य हो जाते हैं, जिसके फल से भक्तों को जीवन में नए-नए अवसर मिलते हैं और उन्नति की दिशा मजबूत होती है। इसी के साथ दो सिद्ध तीर्थों पर होने जा रहे अजा एकादशी के अनुष्ठानों का विशेष महत्व है, जो पितृ दोष शांति और पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए किए जाते हैं।
🪴 अजा एकादशी की कथा और महत्व:
पुराणों के अनुसार, हरिशचंद्र नामक सत्यवादी राजा ने एक समय अपने वचन के पालन हेतु अपना राज्य, पत्नी और पुत्र तक त्याग दिया और श्मशान में काम करने लगे। दुख और कष्टों से पीड़ित राजा ने महर्षि गौतम से मार्गदर्शन माँगा। गौतम ऋषि ने उन्हें अजा एकादशी का व्रत करने की सलाह दी। राजा हरिशचंद्र ने विधिपूर्वक इस व्रत का पालन किया, जिससे उनके सभी पाप नष्ट हो गए, खोया हुआ राज्य, पत्नी और पुत्र पुनः प्राप्त हो गए और अंत में वे स्वर्ग को प्राप्त हुए।
✨ अजा एकादशी पर काशी और गंगोत्री धाम में पितरों को प्रसन्न करने के लिए दोष शांति और गंगा अभिषेक पूजा का आयोजन होने जा रहा है। यह अनुष्ठान पूर्वजों के रुके आशीर्वाद से राहत के साथ-साथ परिवार में कलह दूर कर खुशहाली की नई उम्मीद जगा सकता है। अक्सर परिवार में अचानक सब बिगड़ने लगता है, व्यापार और नौकरियों में नुकसान उठाना पड़ता है। एक के बाद एक होने वाले नुकसान की वजहें पता नहीं चल पातीं। ये संकेत पितृ दोष और पूर्वजों की नाराज़गी हो सकते हैं, जिनका निवारण सामान्य पूजा से संभव नहीं है।
✨ यह आराधना गंगोत्री धाम में भी होगी, जिसे बेहद शक्तिशाली और आध्यात्मिक स्थान माना गया है। यही वह स्थान है, जहां राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों की मुक्ति के लिए बड़ा तप किया था, जिससे प्रसन्न होकर मां गंगा का धरती पर आगमन हुआ। ऐसा माना जाता है कि मां गंगा का पावन जल गहरे कार्मिक बोझ को भी शुद्ध कर सकता है। इसलिए, गंगोत्री में किया गया गंगा अभिषेक पितरों की शांति के लिए बेहद प्रभावी और शुभ हो सकता है।
आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस अनुष्ठान के भागी बनें और अपने परिवार के लिए शांति, समृद्धि और सौहार्द्र का आशीर्वाद प्राप्त करें। 🕉️🌸