😔 क्या जीवन की चुनौतियाँ आपको भारी लगती हैं? स्वास्थ्य समस्याएँ, आर्थिक तंगी या रास्ते में लगातार आने वाली बाधाएँ आपको परेशान कर सकती हैं।
ऐसे समय में हृदय शक्ति और मानसिक स्पष्टता की जरूरत महसूस होती है। कठिन समय में विघ्नहर्ता भगवान गणेश मार्गदर्शक के रूप में सामने आते हैं। उन्हें याद करने और पूजा करने से मन को शांति मिल सकती है और जीवन में नए रास्तों की दिशा समझ में आ सकती है। पुराणों के अनुसार, भगवान गणेश आठ दिव्य रूपों में प्रकट होते हैं। इनमें से विघ्नराज, सातवाँ रूप, विशेष रूप से पूजा के लिए माना जाता है।
श्रद्धा और भक्ति के साथ इस रूप का स्मरण करने से मानसिक तनाव कम होने और स्थिरता का अनुभव हो सकता है।
गणेश पूजा के लिए बुधवार का विशेष महत्व है। जब यह दिन एकादशी के साथ आता है, तो आशीर्वाद का अनुभव और भी अधिक माना जाता है। इस दिन ज्ञान, स्पष्टता और जीवन में संतुलन की कामना करने वालों पर उनकी कृपा महसूस की जा सकती है। दूर्वा घास और मोदक जैसे साधारण प्रसाद भी श्रद्धा के साथ अर्पित किए जाएँ, तो मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो सकता है। यह पवित्र अनुष्ठान इस एकादशी पर उज्जैन के श्री चिंतामन गणेश मंदिर में किया जाएगा। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली मंदिर है, जहाँ भगवान गणेश को जीवन की चिंताओं को कम करने वाले रूप में पूजा जाता है। भक्त मानते हैं कि यहाँ की प्रार्थना से मानसिक शांति, सद्भाव और संतुलन महसूस किया जा सकता है।
श्री मंदिर के माध्यम से, इस पवित्र मंदिर में विशेष गणेश विघ्नहर्ता पूजा और हवन का आयोजन किया जाएगा। इस अनुष्ठान में शामिल होकर, आप स्वास्थ्य, धन और मानसिक स्थिरता के लिए गणपति का स्मरण कर सकते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर सकते हैं।