🔥 🔱 इस सोमवार, रक्षा कवच यज्ञ के माध्यम से भय, अशांति और अदृश्य प्रभावों से सुरक्षा के लिए त्रिपुरांतक शिव की भक्ति का मार्ग चुनें।
त्रिपुरांतक रक्षा कवच यज्ञ और शिव रुद्राभिषेक, भगवान शिव के त्रिपुरांतक रूप को समर्पित एक विशेष सोमवार का अनुष्ठान है। यह अनुष्ठान आंतरिक और बाहरी अशांति को शांत करने के लिए किया जाता है और यह प्रतीक होता है एक शांतिपूर्ण समाधान का। सप्ताह की शुरुआत में किए जाने वाला यह अनुष्ठान वैदिक और तांत्रिक दोनों परंपराओं को मिलाकर किया जाता है, जिससे मन को स्थिरता, चिंतन और सूक्ष्म सुरक्षा मिलती है। यह पूजा उन लोगों के लिए बहुत लाभकारी मानी जाती है जो मानसिक बेचैनी, बार-बार लगने वाले डर या ग्रहों के नकारात्मक असर का सामना कर रहे हों। यह शिव की ऊर्जा से जुड़ने का एक ऐसा तरीका है जो मन को केंद्रित करता है और धीरे-धीरे संतुलन की ओर ले जाता है। मंत्र जाप, अभिषेक और निर्देशित अर्पण के माध्यम से, यह अनुष्ठान व्यक्ति के अंदर के असंतुलन को शांत करने, भावनात्मक स्थिरता और आध्यात्मिक स्पष्टता को बढ़ाने का मार्ग बनाता है।
🕉️ आंतरिक स्थिरता के लिए त्रिपुरांतक शिव की पूजा
यह अनुष्ठान भगवान शिव के त्रिपुरांतक रूप को समर्पित है, जो शांत शक्ति और आंतरिक अनुशासन का प्रतीक हैं। रक्षा कवच यज्ञ और शिव रुद्राभिषेक के ज़रिए भक्तगण भावनात्मक, ऊर्जात्मक या ग्रहों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए वैदिक और तांत्रिक उपायों में भाग लेते हैं। यह पूजा एक ऐसा अवसर बनाती है जहाँ व्यक्ति खुद के साथ बैठकर चिंतन कर सके, मन को संयम में ला सके और धीरे-धीरे बेचैनी से मुक्ति पा सके। यह कोई त्वरित उपाय नहीं, बल्कि एक ऐसा गंभीर और शांति देने वाला अनुष्ठान है जो सप्ताह की शुरुआत को स्पष्टता, सुरक्षा और शांत ऊर्जा के साथ शुरू करने का मार्ग देता है।
🙏 आप भी श्री मंदिर के माध्यम से अपने घर से इस पूजा में भाग ले सकते हैं और श्री पशुपति महादेव मंदिर में होने वाले दिव्य अनुष्ठान का हिस्सा बन सकते हैं।