आपका मूलांक 9 है, जिसका स्वामी मंगल ग्रह है, जो कि अग्नि, साहस, कर्म और तीव्रता का प्रतीक है। मूलांक 9 वाले व्यक्ति जन्मजात कर्मशील, निडर, जोशीले और अपने विश्वास के लिए खड़े रहने वाले होते हैं। ये न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी लड़ने का साहस रखते हैं। लेकिन यही अग्नि जब असंतुलित हो जाती है, तो व्यक्ति भीतर ही भीतर जलने लगता है।
आपको कभी-कभी यह महसूस हो सकता है:
🔥 बात-बात पर क्रोधित या आवेग में आ जाना
🔥 हर समय खुद को थका हुआ और तनाव में महसूस करना
🔥 बहुत ज़्यादा तीव्र समझे जाने की वजह से गलत समझा जाना
🔥 सोचने से पहले प्रतिक्रिया देने पर पछतावा होना
जब इस अंक वाले लोग जीवन में मानसिक अशांति, क्रोध, चिढ़चिढ़ेपन का सामना करते हैं, तब संकट मोचन हनुमान पूजा एक प्रभावी उपाय मानी गई है। इस पूजा में हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और संकटमोचन स्तोत्र का पाठ शामिल रहता है। मान्यता है कि इससे भय, नकारात्मक ऊर्जा और शत्रु बाधाओं का नाश भी संभव है और आत्मबल, साहस के साथ सफलता का आशीर्वाद मिलता है। यह पूजा मूलांक 9 जातकों को मानसिक शांति और जीवन में स्थिरता के साथ ऊर्जा-संतुलन का आशीष दे सकती है।
मूलांक 9 संकट मोचन पूजा मायापति हनुमान मंदिर में आयोजित हो रही है, और माना जाता है कि यह:
👉 मंगल की तीव्र ऊर्जा को शांत करती है।
👉 चिड़चिड़ापन, बेचैनी और मानसिक थकावट को कम करती है।
👉 शारीरिक और मानसिक शक्ति को दोबारा जाग्रत करती है।
👉 महत्वाकांक्षा को संतुलित और उद्देश्यपूर्ण दिशा देती है।
इस अनुष्ठान में हनुमान संकल्प पाठ, मंगल शांति अर्पण, मंत्र जाप जैसी विधियां शामिल हैं, जो मूलांक 9 वाले व्यक्तियों को आंतरिक अग्नि को शांत किए बिना नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। ये लोग लगातार क्रियाशील रहते हैं, उनके लिए यह साधना वह विराम है, जिसकी उनकी आत्मा को आवश्यकता है, गति खोने के लिए नहीं, बल्कि नियंत्रण हासिल करने के लिए।