🙏 यह 2026 का पहला रविवार है – सूर्य वर्ष में प्रवेश का अत्यंत प्रभावशाली दिन 🙏
सनातन धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित माना जाता है। रविवार का संस्कृत नाम “रविवार” है, जो ‘रवि’ अर्थात सूर्य और ‘वार’ अर्थात दिन से मिलकर बना है। इस प्रकार यह दिन पूर्ण रूप से सूर्य देव का दिन माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य देव की उपासना से जीवन में ऊर्जा, तेज, आत्मबल और सकारात्मकता का संचार होता है। विशेष रूप से जो लोग करियर में उन्नति, सरकारी नौकरी या राजनीतिक सफलता की कामना करते हैं, उनके लिए इस दिन सूर्य देव की कृपा प्राप्त करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
🌞 सूर्य देव और खर मास का प्रभाव 🌞
इस वर्ष जब हम सूर्य वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, तब खर मास के सूक्ष्म लेकिन प्रभावशाली असर को समझना भी आवश्यक है। शास्त्रों में यह धारणा है कि खर मास के दौरान सूर्य की शक्ति कुछ क्षीण मानी जाती है। ऐसे समय में सूर्य तत्व को सशक्त करना विशेष रूप से आवश्यक होता है। सूर्य देव की उपासना से खर मास के प्रभाव को शांत किया जा सकता है और जीवन में सूर्य की पूर्ण तेजस्विता पुनः स्थापित होती है।
🙏 हमारे जीवन में सूर्य देव की दिव्य भूमिका 🙏
मार्कण्डेय पुराण के अनुसार, जब सृष्टि अंधकार में डूबी हुई थी, तब ब्रह्मा जी से ‘ॐ’ का प्रथम नाद प्रकट हुआ, जो सूर्य देव के प्रकाश और तेज का प्रतीक माना जाता है। वेदों में सूर्य को प्राण शक्ति, यश, कीर्ति, नेतृत्व क्षमता और जीवन ऊर्जा प्रदान करने वाला देवता कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन सूर्य देव की आराधना करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।
🌞 सूर्य गायत्री मंत्र और आदित्य हृदय स्तोत्र का महत्व 🌞
सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने का सबसे प्रभावी उपाय सूर्य गायत्री मंत्र जाप और आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ माना जाता है। सूर्य गायत्री मंत्र का जाप व्यक्ति के तेज, आत्मविश्वास और आभा को सूर्य के समान प्रखर बनाता है। वहीं रामायण में महर्षि अगस्त्य द्वारा भगवान श्रीराम को उपदेशित आदित्य हृदय स्तोत्र को विजय का स्तोत्र माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इसके श्रद्धापूर्वक पाठ से राजनीति, प्रशासन और सरकारी सेवाओं जैसे क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।
🌞 श्री गलता जी मंदिर में सूर्य कृपा को करें सशक्त 🌞
2026 के इस पहले रविवार को जयपुर स्थित श्री गलता जी सूर्य मंदिर में 51 सूर्य गायत्री मंत्र जाप एवं आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ का भव्य आयोजन किया जाएगा। यह प्राचीन और अत्यंत पूजनीय सूर्य मंदिर खर मास के प्रभाव को शांत कर सूर्य वर्ष में शुभ और सकारात्मक प्रवेश का दुर्लभ अवसर प्रदान करता है।
✨ इस अवसर को न चूकें और सूर्य देव की दिव्य ऊर्जा के साथ वर्ष की शुरुआत करें, ताकि करियर, राजनीति और व्यक्तिगत जीवन में सफलता और तेज की प्राप्ति हो। ✨