आजकल बहुत से लोग मानसिक तनाव, असुरक्षा और जीवन में आने वाली बाधाओं से जूझ रहे हैं। अक्सर यह सब दुश्मनों, शत्रुओं या विरोधियों की वजह से होता है। ऐसे समय में व्यक्ति की मेहनत के बावजूद मन शांत नहीं रहता और कामों में सफलता भी प्रभावित होती है। यही वह समय है जब आध्यात्मिक उपाय मददगार साबित होते हैं और जीवन में सुरक्षा, स्थिरता और संतुलन लाने का मार्ग दिखाते हैं। ऐसे समय में माँ ज्वाला देवी, बृजेश्वरी माता और चामुंडा देवी की कृपा विशेष रूप से समाधान के रूप में सामने आती है।
शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि ज्वाला देवी शक्ति और ऊर्जा की तेजस्वी देवी हैं। उनकी नौ ज्वालाएं लगातार जलती रहती हैं, जो शक्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। वे अपने भक्तों को साहस, सुरक्षा और असीम शक्ति प्रदान करती हैं। बृजेश्वरी माता शक्ति, मातृत्व और पोषण की देवी हैं। वे जीवन में स्थिरता, समृद्धि और सुरक्षा का आशीर्वाद देती हैं। वहीं चामुंडा देवी संहार शक्ति की देवी मानी जाती हैं। वे नकारात्मक शक्तियों और दुष्टों का नाश करती हैं और अपने भक्तों को निर्भयता, आत्मबल और सुरक्षा का आशीर्वाद देती हैं। इन तीनों देवियों की कृपा से व्यक्ति अपने शत्रुओं पर विजय पा सकता है और जीवन में मानसिक शांति और स्थिरता ला सकता है।
विशेष रूप से शुक्रवार के दिन देवी साधना अत्यंत शुभ मानी जाती है। इसी कारण त्रि-शक्ति संकल्प पूजा का आयोजन शुक्रवार के दिन किया जा रहा है। इस पूजा में लाल फूलों का अर्पण, मंत्र जाप, हवन और अन्य पवित्र अनुष्ठान शामिल होते हैं। यह पूजा न केवल शत्रुओं पर विजय दिलाने में मदद करती है, बल्कि मानसिक और शारीरिक कष्टों को कम करने में भी सहायक मानी जाती है। श्रद्धालु इस विशेष त्रि-शक्ति पूजा में श्री मंदिर के माध्यम से भाग लेकर माँ ज्वाला देवी शक्तिपीठ, बृजेश्वरी देवी शक्तिपीठ और चामुंडा देवी सिद्धपीठ में तीनों देवियों की सम्मिलित कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।