✨ शत्रुओं से सुरक्षा और नकारात्मकता से राहत के लिए माँ बगलामुखी और हनुमान जी की संयुक्त शक्ति का अनुभव करें🔥
दस महाविद्याओं में से माँ बगलामुखी आठवीं देवी हैं, जो हानिकारक शक्तियों को नष्ट करने और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की दिव्य शक्ति के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हें शत्रु बुद्धि विनाशिनी भी कहा जाता है, जो शत्रुओं को शांत करती हैं और नकारात्मक प्रभावों को नियंत्रित करती हैं। इसी तरह संकट मोचन भगवान हनुमान, अटूट शक्ति और असीम भक्ति के प्रतीक हैं, जो भक्तों को नकारात्मकता और बाधाओं से बचा सकते हैं। वीर हनुमान के नाम मात्र से ही बुरी शक्तियां थर्र-थर्र कांपती हैं।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार,भगवान राम ने हनुमान जी की सलाह पर माँ बगलामुखी से रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए प्रार्थना की थी, ताकि वह अपने शत्रुओं को कमजोर करने के लिए माँ की दिव्य शक्ति की सहायता प्राप्त कर सकें। दिव्य सुरक्षा का एक ऐसा ही उदाहरण वाल्मीकि रामायण में मिलता है, जहाँ हनुमान जी ने निडर होकर राक्षस कालनेमि को पराजित किया और लक्ष्मण जी को जीवन देने वाली संजीवनी बूटी लाकर उनकी जान बचाई।
जैसे हनुमान जी की भक्ति ने विजय सुनिश्चित की, वैसे ही माँ बगलामुखी की कृपा शत्रुओं को शांत कर उन्हें निर्बल बना देती है। शक्ति और सुरक्षा की इन दिव्य कथाओं से प्रेरित होकर, श्री मंदिर शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर में बगलामुखी-हनुमान शत्रुओं पर विजय विशेष महापूजा का आयोजन कर रहा है, जिसमें माँ बगलामुखी शत्रु बुद्धि विनाशिनी यज्ञ और हनुमान शत्रुंजय पूजन शामिल है। यह पवित्र अनुष्ठान असुरक्षा, असफलता और प्रतिकूलताओं पर विजय के लिए उनके संयुक्त आशीर्वाद का आह्वान करता है।
माँ बगलामुखी शत्रु बुद्धि विनाशिनी यज्ञ एक शक्तिशाली अनुष्ठान है जो बाधाओं को बेअसर करने के लिए माँ बगलामुखी की दिव्य ऊर्जा का आह्वान करता है। शत्रु बुद्धि विनाशिनी का अर्थ है ‘शत्रुओं की बुद्धि हरने वालीं’, जो चुनौतियों को दूर करने और सफलता सुनिश्चित करने में मां की शक्ति को दर्शाता है।
हनुमान शत्रुंजय पूजन शक्ति, सुरक्षा और प्रतिकूलताओं पर विजय के लिए भगवान हनुमान जी के दिव्य आशीर्वाद का आह्वान करने के लिए किया जाता है। शत्रुंजय शब्द का अर्थ है ‘शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाला’, जो इस पूजा को संघर्षों पर काबू पाने, नकारात्मकता को दूर करने और सफलता पाने के लिए शक्तिशाली बनाता है।
श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र पूजा में शामिल हों और सभी प्रतिकूलताओं पर दिव्य सुरक्षा, शक्ति और विजय का आशीष पाएं।