कितना प्रभावशाली होगा वह अनुष्ठान जो भगवान शिव और माँ पार्वती के विवाह स्थल पर किया जाए? 🙏
इस सोमवार, शिव और शक्ति के दिव्य मिलन से प्राप्त करें प्रेम और सामंजस्य से भरे सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद🕉️ 🤝
भारत में भगवान शिव को समर्पित अनगिनत मंदिर हैं, लेकिन कुछ मंदिर अद्वितीय महत्व रखते हैं। ऐसा ही एक मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर है। इस मंदिर को भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य विवाह का पवित्र स्थल माना जाता है। मंदिर के अंदर सदियों से एक पवित्र अग्नि जल रही है। वही अग्नि जिसने शिव और शक्ति के विवाह की प्रतिज्ञाओं को साक्षी रूप में देखा है। वेदों के अनुसार, त्रियुगीनारायण मंदिर त्रेतायुग से अस्तित्व में है। आज भी भक्तगण आनंदमय और सामंजस्यपूर्ण वैवाहिक जीवन के लिए इस पवित्र स्थल पर पूजा करते हैं। और सोमवार से अधिक शुभ दिन भगवान शिव और माँ पार्वती की पूजा के लिए और क्या हो सकता है? इसीलिए, श्री मंदिर इस सोमवार को शिव और शक्ति के दिव्य मिलन की पवित्र भूमि पर शिव-पार्वती विवाह पूजन, देवी महात्म्य पाठ और अर्धनारीश्वर पूजा का आयोजन कर रहा है।
भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हिंदू धर्म में दिव्य एकता का प्रतीक माना जाता है। यह पवित्र कथा उनके प्रेम, भक्ति और त्याग के शाश्वत बंधन को दर्शाती है। इसीलिए शिव-पार्वती विवाह महात्म्य कथा को पढ़ना सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन के लिए सबसे शक्तिशाली अनुष्ठानों में से एक माना जाता है। इसके अतिरिक्त, अर्धनारीश्वर रूप भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतिनिधित्व करता है, जहाँ देवता का आधा भाग पुरुष (शिव) और आधा भाग स्त्री (शक्ति) होता है, जो उनके अविभाज्य संबंध का प्रतीक है। मान्यता है कि अर्धनारीश्वर की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और सद्भाव बढ़ता है। शास्त्रों के अनुसार, जिन लोगों के विवाह में संघर्ष हो, जीवनसाथी मिलने में देरी हो, या विवाह संबंधी बाधाएं आ रही हों, उन्हें भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित अर्धनारीश्वर पूजा अवश्य करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह पवित्र अनुष्ठान एक आनंदमय विवाह के लिए दिव्य आशीर्वाद प्रदान करता है और रिश्तों में आ रही चुनौतियों का समाधान करता है। इस पवित्र स्थल पर, श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लें और वैवाहिक आनंद व मजबूत, सामंजस्यपूर्ण रिश्तों के लिए भगवान शिव और माँ पार्वती का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।