अक्सर ज़िंदगी ऐसे मोड़ पर आ जाती है, जहां लगता है कि सबकुछ ठहरा हुआ है। बात बनते-बनते रह जाती है। पूरा जीवन जिसके साथ गुजारना है, वह मनचाहा और आदर्श न हो तो हर सफलता फीकी लगने लगती है। ज्योतिष के अनुसार, यदि बृहस्पति ग्रह की चाल बिगड़ जाए तो ज़रूरी कामों में देरी, कलेश, रिश्तों में तकरार और निजी जिंदगी से जुड़ी परेशानियां आम हो जाती हैं। लाख प्रयासों के बावजूद वह इंसान नहीं मिल पाता, जिसकी हमें चाहत है। ऐसे दोषों का निवारण विधिवत आराधना से ही संभव है। इस गुरुवार, विशेष काल में काशी के श्री बृहस्पति मंदिर में पारिवारिक शांति और समृद्धि के लिए महापूजा होने जा रही है, जो अपने आप में सुनहरा अवसर है।
काशी स्थित श्री बृहस्पति मंदिर, देवगुरु बृहस्पति को समर्पित है, जो ज्ञान, बुद्धि, और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। जब बुद्धि-विवेक सही काम करता है तो परिवार में भरपूर खुशहाली, शांति और समृद्धि बनी रहती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति देव धर्म, परिवार, और धन-संपत्ति के अधिपति हैं। जब परिवार में मतभेद, मानसिक तनाव या आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है, तब बृहस्पति की आराधना शांति और सौहार्द लौटाने का सबसे प्रभावी माध्यम मानी गई है।
इस विशेष पूजा में गुरु स्तोत्र पाठ, पीत पुष्प अर्पण, और बृहस्पति बीज मंत्र जाप के साथ दीप दान किया जाता है। पीले वस्त्र, पीला चंदन और पीले अनाजों का प्रयोग बृहस्पति की कृपा प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना गया है। काशी के इस प्राचीन मंदिर में की गई यह साधना न केवल पारिवारिक संबंधों में मधुरता ला सकती है, बल्कि जीवन में स्थिरता और मानसिक शांति के बंद दरवाजे खोल सकती है।
🌟 आप भी श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान में भाग लें और संतुलित-समृद्ध जीवन के लिए देवगुरु बृहस्पति देव की कृपा पाएं।