🛕भक्त शिरोमणि हनुमान के निवास स्थान माने जाने वाले हनुमान गढ़ी मंदिर पर आयोजित इस विशेष पूजा में शामिल होकर पुण्य के भागी बनें।
वीर हनुमान को संकट हरने वाले, बुरी शक्तियों से रक्षा करने वाले और कलियुग में सुख, समृद्धि और ऊर्जा का आशीर्वाद देने वाले देव के रूप में जाना जाता है। जब बात प्रभु श्री राम के धाम अयोध्या के हनुमान गढ़ी में विराजमान, सिद्ध वीर बजरंगी की हो तो ये कृपा और आशीर्वाद कई गुना बढ़ जाता है। मान्यता है कि जो भी पूरी श्रद्धा से उनकी पूजा करते हैं, उनके जीवन की सारी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं और वे निर्भय होकर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होते हैं।
🚩 सुंदरकांड और सिंदूर अभिषेक:
सुंदरकांड का पाठ वीर हनुमान को उनकी शक्तियां याद दिलाता है और सिंदूर अभिषेक के पीछे एक पौराणिक कथा है। मां सीता को प्रभु राम के लिए सिंदूर लगाते देख हनुमान जी ने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया, ताकि उनकी आयु लंबी हो। तब श्रीराम ने बजरंगी को वरदान दिया कि जो भी उन्हें सिंदूर अर्पित करेगा, उसकी मनोकामनाएं सबसे जल्द पूरी होंगी। तब से इस परंपरा ने पूजा का रूप ले लिया और बेहद प्रचलित हो गई।
जीवन में अटल ऊर्जा का आशीर्वाद पाने और बुरी ताकतों से बेजोड़ सुरक्षा के लिए श्री हनुमान गढ़ी, अयोध्या में 1008 हनुमान मूल मंत्र जप, सुंदरकांड पाठ, सिंदूर अभिषेक एवं कलेश विकार यज्ञ का आयोजन हो रहा है। यह दिव्य अनुष्ठान उन भक्तों के लिए विशेष रूप से फलदायी होगा, जो जीवन की कठिनाइयों को दूर कर बल, बुद्धि और विद्या के साथ जीवन में असीमित सुरक्षा चाहते हैं।
🛕 श्री हनुमान गढ़ी मंदिर की महिमा: आज भी हनुमान जी के होने के मिलते हैं प्रमाण 🚩
कहा जाता है कि भगवान राम ने लंका विजय के बाद यह स्थान हनुमान जी को निवास हेतु प्रदान किया था। मंगलवार को इस मंदिर में पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से सभी प्रकार के कष्ट और बाधाएं दूर हो जाती हैं।
श्री मंदिर के माध्यम से इस पावन अभिषेक एवं यज्ञ में भाग लें और पुण्य के साथ-साथ हनुमान जी से अडिग ऊर्जा का आशीर्वाद प्राप्त करें।