✨ सावन और शुक्रवार का संयोग: पैसों की तंगी से राहत के लिए 11 हजार कुबेर मंत्र जाप अनुष्ठान
हिंदू धर्म में सावन का महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय और पवित्र महीना माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह महीना भक्त और भगवान के बीच एक आध्यात्मिक पुल का काम करता है। इस महीने में सिर्फ सोमवार ही नहीं, बल्कि शुक्रवार का भी अपना खास महत्व होता है। सनातन परंपरा के अनुसार, शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। यदि आप इस पावन महीने के पिछले शुक्रवारों को व्यस्त रहे तो यह मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और बटुक भैरव की आराधना का एक आखिरी अवसर है।
मान्यता है कि इस दिन अगर श्रद्धा से मां लक्ष्मी की पूजा की जाए तो दैवीय कृपा प्राप्त होती है, जिससे आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में खुशहाली व सुख-समृद्धि आने लगती है। हालांकि, सिर्फ धन अर्जित करना ही सफलता नहीं है, बल्कि उसे बचाना और स्थिर बनाए रखना भी उतना ही जरूरी होता है। इसीलिए मां लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर और बटुक भैरव जी की संयुक्त पूजा करना इस शुभ दिन को और भी फलदायी बना देता है।
🙏✨सिर्फ़ धन कमाना ही पर्याप्त नहीं है, त्रिदेव पूजा से धन की रक्षा भी है ज़रूरी!
माँ लक्ष्मी धन, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देती हैं। भगवान कुबेर धन को टिकाए रखते हैं और उसे जल्दी खत्म होने से बचाते हैं। बटुक भैरव, जो भगवान भैरव का बाल रूप हैं, धन को चोरी, धोखे और बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब इन तीनों की एक साथ आराधना की जाती है तो आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलती है और धन लंबे समय तक टिकता है। पुरानी कथाओं के अनुसार, एक बार माँ लक्ष्मी ने भगवान शिव से पूछा कि उनके भक्तों को धन तो मिलता है, लेकिन वह टिकता क्यों नहीं?
इस पर शिव जी ने बताया कि सिर्फ लक्ष्मी की कृपा से धन तो आ जाता है, लेकिन अगर उसकी सही तरह से रक्षा न हो, तो वह गलत खर्च, लालच या पिछले पापों के कारण जल्दी खत्म हो सकता है। इसलिए, भगवान शिव ने बटुक भैरव को धन की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी दी और साथ ही बताया कि भगवान कुबेर की पूजा से धन को सही तरीके से संभाला जा सकता है। जब इन तीनों की पूजा एक साथ की जाती है, तो इससे धन का सही उपयोग होता है, वह सुरक्षित रहता है और लंबे समय तक बना रहता है। इस शुक्रवार, दक्षिण भारत के पवित्र एत्तेलुथुपेरुमाल मंदिर, तिरुनेलवेली में एक विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है, जो साल का आखिरी अवसर है:
11,000 कुबेर मंत्र जाप
बटुक भैरव कवच पाठ
श्री सूक्त हवन
श्री मंदिर के माध्यम से आप भी इस पूजा में शामिल हो सकते हैं और माँ लक्ष्मी, भगवान कुबेर और बटुक भैरव से आर्थिक सुख, सुरक्षा और स्थायित्व का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।