क्या आप शत्रुओं की साजिशों, कानूनी विवादों या लंबे समय से चल रहे कोर्ट केसों का सामना कर रहे हैं? क्या लगातार परेशानियाँ आपके जीवन की राह को अवरुद्ध कर रही हैं? ऐसे समय में शनि त्रयोदशी विशेष महत्व रखती है। जब शनिवार त्रयोदशी तिथि के साथ पड़ता है, तो यह दिन विशेष रूप से भगवान शनि की उपासना और न्याय प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
शनिवार शनि देव को समर्पित दिन है। जब यह दिन त्रयोदशी के साथ आता है, तो जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए यह अत्यधिक प्रभावशाली बन जाता है। इस दिन मां बगलामुखी की पूजा करना भी अत्यंत शुभ माना गया है। मां बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक हैं और उनके पास शत्रुओं के मन, वाणी और बुद्धि को नियंत्रित करने की दिव्य शक्ति है। उनकी पूजा को शत्रुओं की साजिशों से सुरक्षा, नकारात्मकता को शांत करने और विवादों में विजय पाने का मार्ग माना गया है।
मां बगलामुखी तंत्र युक्त हवन में विशेष मंत्रों, हल्दी की आहुति और पवित्र विधियों द्वारा देवी की कृपा का आह्वान किया जाता है। यह साधना शत्रु प्रभाव को समाप्त करने, मानसिक अशांति को दूर करने और साहस तथा स्थिरता प्रदान करने में सहायक मानी जाती है।
इसी प्रकार, शनि त्रयोदशी के दिन भगवान शनि को तिल-तेल अभिषेक अर्पित करना जीवन की कठिनाइयों को कम करने, कर्मज दोषों से सुरक्षा प्रदान करने और कानूनी मामलों में स्थिति को मजबूत करने के लिए विशेष रूप से लाभदायक माना गया है।
इस शुभ शनि त्रयोदशी पर उज्जैन के दो पवित्र स्थलों - मां बगलामुखी मंदिर और श्री नवग्रह शनि मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन श्री मंदिर के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें भाग लेकर आप न्याय, राहत और विजय के लिए दोनों देवताओं का संयुक्त आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।