🔱 अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है…
तो आपका मूलांक 6 है और इस अंक पर शुक्र ग्रह का प्रभाव होता है। शुक्र प्रेम, सुंदरता, रिश्तों, रचनात्मकता और सुख-सुविधाओं का प्रतीक माना जाता है। मूलांक 6 वाले लोग स्वभाव से शांत, दयालु और उदार होते हैं। इन्हें दूसरों को खुश देखकर सच्चा संतोष मिलता है। चाहे वह परिवार हो, मित्र हों या जीवनसाथी, इनके आसपास रहने वाले लोग इनकी सच्ची भावना और बड़े दिल से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं, और इनके बारे में यह बात अक्सर कही जाती है कि "इनका दिल बहुत बड़ा है।"
लेकिन जैसा कि कहा जाता है। जीवन हमेशा एक जैसा नहीं होता। यही संवेदनशील और समर्पित स्वभाव कभी-कभी मूलांक 6 के जातकों के लिए मानसिक बोझ बन जाता है। ऐसे लोग अक्सर उन रिश्तों में फँस जाते हैं, जहाँ वे सच्चे दिल से सब कुछ दे देते हैं, लेकिन बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता। कई बार वे ऐसे व्यक्तियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं जो केवल स्वार्थ से भरे होते हैं और अपना काम निकलते ही दूरी बना लेते हैं। जब इस तरह के रिश्ते टूटते हैं या आपसी मतभेद बढ़ जाते हैं, तो मूलांक 6 के जातक खुद को अकेला, असहाय और यहां तक कि दोषी तक मानने लगते हैं।
ऐसे समय में, जब मन व्यथित हो, भावनाएँ टूटी हों और दिशा स्पष्ट न हो, तब मां लक्ष्मी का आशीर्वाद ही उन्हें मानसिक शांति और नई शुरुआत की राह दिखा सकता है। मां लक्ष्मी को हम अक्सर धन की देवी मानते हैं, लेकिन वास्तव में वे प्रेम, आत्म-सम्मान, रिश्तों में सामंजस्य, मानसिक शांति और समृद्ध जीवन की भी प्रतीक हैं।
🔱 यह विशेष लक्ष्मी पूजा उनके लिए है जो:
ऐसे रिश्तों में फँसे हुए हैं जहाँ वे तो समर्पण कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बदले में कुछ नहीं मिल रहा
किसी अपने के छल या स्वार्थ का शिकार हो चुके हैं और भावनात्मक रूप से बुरी तरह टूट चुके हैं
बार-बार ऐसे साथियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं जो उनकी भावनाओं और खुशी की कद्र नहीं करते
अब दोबारा ऐसे रिश्तों में नहीं पड़ना चाहते जहाँ केवल देना ही हो, लेकिन कोई अपनापन या समझ न मिले
श्री मंदिर के माध्यम से मूलांक 6 के आराधक इस शुक्रवार को होने जा रही 'संबंध सुधार और स्पष्टता लक्ष्मी पूजा' में भाग लें और मां लक्ष्मी से खुशियों, मानसिक शांति और सच्चे प्रेम संबंधों का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें।