✨ सर्वोच्च सुरक्षा और दिव्य आशीर्वाद पाने के लिए, इस शुक्रवार शक्तिपीठ माँ विंध्यवासिनी देवी मंदिर में होने वाले विशेष अनुष्ठान का भाग बनें 🙏🌸
माँ की कृपा से अपने जीवन में सकारात्मकता और शुभ ऊर्जा का स्वागत करें 🌺🕉️
मनुष्य का जीवन कई बार अनदेखी नकारात्मक शक्तियों, पारिवारिक कलह और बाहरी रुकावटों से घिर जाता है। घर-परिवार में सुख और शांति चाहने के बाद भी तनाव, भय और असुरक्षा बनी रहती है। जब नकारात्मक ऊर्जा हावी हो जाती है तो प्रगति रुक जाती है और संबंधों में कटुता आ जाती है। ऐसे समय में देवी शक्ति की शरण लेना ही सबसे बड़ा सहारा माना जाता है। सनातन परंपरा में माँ विंध्यवासिनी देवी को सर्वशक्ति स्वरूपा कहा गया है। वे पालन करने वाली मातृ शक्ति भी हैं और विजय दिलाने वाली शक्ति भी। माना जाता है कि उनकी उपासना से परिवार की रक्षा, समृद्धि और आत्मिक बल की प्राप्ति होती है। वहीं जब इस आह्वान में माँ काली की उपासना जुड़ती है, तो उनकी उग्र शक्ति नकारात्मकता, शत्रुता और बाधाओं का नाश करने में सहायक बनती है।
इस प्रकार यह अनुष्ठान पोषण और सुरक्षा दोनों का संतुलन स्थापित करता है। इस शुक्रवार शक्तिपीठ माँ विंध्यवासिनी देवी मंदिर में विशेष रूप से विंध्यवासिनी देवी कलश स्थापना, काली हवन और कन्या भोजन का आयोजन होगा। मान्यता है कि शुक्रवार का दिन माँ शक्ति को समर्पित माना जाता है और इस दिन उनका पूजन करने से विशेष कृपा और शीघ्र फल प्राप्त होते हैं।
कलश स्थापना में देवी का आवाहन कर दुर्गा सप्तशती या चंडी पाठ द्वारा साहस और रक्षा की प्रार्थना की जाती है।
कन्या भोजन में नौ बालिकाओं को देवी स्वरूप मानकर भोजन कराया जाता है। यह प्रत्यक्ष मातृ सेवा है और घर-परिवार में कृपा और समृद्धि का वातावरण बनाता है।
काली हवन में देवी काली की उग्र शक्ति का आह्वान कर बीज मंत्रों और काली कवच से आहुतियाँ दी जाती हैं, जिससे साधक नकारात्मकता और बाधाओं से रक्षा की प्रार्थना करता है।
इस त्रिवेणी अनुष्ठान का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि इसमें माँ विंध्यवासिनी की करुणा और माँ काली की शक्ति दोनों का संगम होता है। यह साधक को भीतर से साहस, स्पष्टता और स्थिरता प्रदान करता है।
आप भी इस शुक्रवार श्रीमंदिर के माध्यम से शक्तिपीठ माँ विंध्यवासिनी देवी मंदिर में संपन्न इस विशेष अनुष्ठान से जुड़कर देवी के दिव्य आशीर्वाद के लाभ पा सकते हैं। यह केवल समस्या का समाधान पाने का अवसर नहीं, बल्कि अपने घर-परिवार में सकारात्मकता, शांति और सामंजस्य आमंत्रित करने का दिव्य क्षण है। 🙏