🙏 4, 13, 22 और 31 तारीख को जन्मे आराधक इस विशेष पूजा के साथ पाएं श्री काल भैरव देव का दिव्य आशीर्वाद। 🙏
मूलांक 4 के जातकों का व्यक्तित्व व्यावहारिकता, स्थिरता और कठिन परिश्रम से जुड़ा होता है। इनके जीवन में राहु का विशेष प्रभाव होता है, जो अनिश्चितताओं, अचानक बदलावों और मानसिक भ्रम जैसी स्थितियों को जन्म दे सकता है। जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 4 माना जाता है। हालाँकि ये जातक अपने लक्ष्य को लेकर अत्यंत समर्पित और योजनाबद्ध होते हैं, फिर भी राहु के दुष्प्रभाव के कारण इनकी रणनीतियाँ बार-बार असफल हो सकती हैं और जीवन की योजनाओं पर रुकावटें आने लगती हैं। ऐसे में उचित साधना और राहु शांति उपाय इनके लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।
🙏 श्राप को वरदान में बदलने जैसी शक्ति रखता है श्री काल भैरव देव का अटकाव-निवारण अनुष्ठान
श्री भैरव देव की यह विशेष पूजा मूलांक 4 के आराधकों के लिए की जा रही है, जिन्हें मेहनत और भाग्य के अनुरूप किए गए कर्मों का फल राहु एवं अन्य कार्मिक दोषों के चलते नहीं मिल पा रहा है। यह अनुष्ठान भगवान भैरव की प्रचंड कृपा आकर्षित करता है। भैरव देव, भगवान शिव का एक रूप हैं जो समय, सीमाओं और छिपी हुई कर्म शक्तियों के खिलाफ सुरक्षा को नियंत्रित करते हैं।
यह अनुष्ठान ऐसे जातकों के लिए फलदायी है, जो जीवन में इन परिस्थितियों के चक्र में बंधा महसूस कर रहे हैं:
🙏 ज़रूरी कामों में एक के बाद एक नुकसान, विफलता और अस्वीकृति से जीवन मुश्किल हो रहा है।
🙏 जीवन में ऐसा लगने लगा है कि एक कदम आगे जाते हैं और दो कदम पीछे की तरफ बढ़ जाते हैं।
🙏 भय और अस्थिरता का ऐसा माहौल चारों ओर बना है कि कुछ भी सकारात्मक फलीभूत नहीं होता।
🙏 हर तरह की तार्किक कोशिशों के बावजूद खुद को जीवन के सीधे रास्तों पर भी उलझा हुआ पाते हैं।
श्री मंदिर के माध्यम से भगवान भरैव के इस दिव्य अनुष्ठान में भाग लें और प्रयासों के बावजूद आ रहे अटकाव से निवारण और जीवन में स्थिरता का आशीर्वाद पाएं।