💫 हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन देवी उपासना के लिए विशेष फलदायी माना गया है। इस दिन महालक्ष्मी की पूजा करने से धन, सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मां ललिता को त्रिपुरसुंदरी के रूप में भी पूजा जाता है और उनकी आराधना से सौंदर्य, ज्ञान और समृद्धि की दिशा मजबूत होती है। महालक्ष्मी धन और ऐश्वर्य प्रदान करती हैं, वहीं ललिता माता भक्ति और शक्ति का संचार करती हैं। शुक्रवार को दोनों देवियों की संयुक्त आराधना से जीवन में सुख-समृद्धि, पारिवारिक शांति और हर क्षेत्र में उन्नति का आशीष मिलता है। इस शुक्रवार दो बड़े शक्तिपीठों में महालक्ष्मी अष्टकम और ललिता सहस्रनाम पाठ-हवन होने जा रहा है, जो नवरात्रि के बाद सबसे बड़ा अवसर है।
✨🪷 इस आराधना में शामिल महालक्ष्मी अष्टकम, भगवान पद्मनाभ के भक्त आदिशंकराचार्य द्वारा रचित स्तोत्र है, जिसमें माता लक्ष्मी की आठ रूपों में स्तुति की गई है। इस स्तोत्र का पाठ करने से दरिद्रता का नाश संभव है और जीवन में सुख, शांति के साथ समृद्धि की सही दिशा मिलती है। इसमें महालक्ष्मी को विश्व माता, विष्णु प्रिया, दया की मूर्ति और कल्याण की अधिष्ठात्री देवी के रूप में पुकारा गया है। मान्यता है कि इस अष्टक का विधिवत पाठ करने से धन-धान्य में वृद्धि हो सकती है और भक्तों को अखंड सौभाग्य का आशीष मिल सकता है।
✨🪷 वहीं, शुक्रवार को मां ललिता सहस्रनाम पाठ और हवन बेहद शुभ और फलदायी माना गया है। ललिता सहस्रनाम, देवी ललिता त्रिपुरसुंदरी के एक हजार नामों का दिव्य संकलन है, जिसमें उनके स्वरूप, शक्तियों और करुणा का वर्णन है। श्रद्धा से इस पाठ और हवन में शामिल होने से भक्तों के लिए आत्मिक शांति, ज्ञान और सौभाग्य के दरवाजे खुलते हैं। यह अनुष्ठान घर-परिवार में प्रेम, सामंजस्य और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। विद्वान मानते हैं कि शुक्रवार को इस साधना से मां ललिता की कृपा जल्द प्राप्त होती है और जीवन में समृद्धि और शक्ति के नए-नए अवसर मिलने शुरू हो जाते हैं।
💫 यह अनुष्ठान-हवन एक साथ दो शक्तिपीठों में होने जा रहा है, जो अपने आप में इसकी भव्यता और दिव्यता को कई गुना बढ़ा देता है। महालक्ष्मी अंबाबाई, कोल्हापुर और ललिता माता शक्तिपीठ, प्रयागराज, दोनों ही हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर को समृद्धि, ऐश्वर्य और सुख-शांति की देवी के रूप में पूजा जाता है। वहीं, प्रयागराज में ललिता माता शक्तिपीठ एक प्रमुख सिद्ध पीठ है, जहां मां ललिता के 1000 नामों का पाठ और पूजन कई गुना प्रभावी माना गया है।
🙏 श्री मंदिर द्वारा 2 शक्तिपीठ देवी विशेष अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर हाथ से न जाने दें। भक्तों का विश्वास है कि इस आराधना से घर में कभी धन-संपत्ति की कमी नहीं रहती। 🙏