🪈 108 ब्राह्मण 24 घंटे जपेंगे ‘हरे कृष्ण’ नाम 🪈 56 भोग के साथ मनेगा जन्माष्टमी का जश्न
हिंदू कैंलेडर में सावन समापन के बाद भाद्रपद महीने की शुरुआत होती है। भाद्रपद महीना त्योहारों से भरपूर रहता है, जिसमें जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी जैसे त्योहार भक्तों के बीच धूमधाम से मनाए जाते हैं। त्योहारों के इस महीने में आराधना और अनुष्ठान भी भव्य हो जाते हैं, जिसके फल से भक्तों को जीवन में नए-नए अवसर मिलते हैं और उन्नति की दिशा मजबूत होती है। इसी क्रम में 108 ब्राह्मण अखंड हरे कृष्ण नाम जाप और 56 भोग सेवा का आयोजन होने जा रहा है, जो कान्हा के जन्मोत्सव को कहीं ज्यादा भव्य और आशीर्वादमयी बना देगा।
🪈 कृष्ण जन्माष्टमी की दिव्य कथा:
भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था, जहां उनके मामा कंस ने उनके पिता वासुदेव और माता देवकी को बंदी बना रखा था। कंस ने भविष्यवाणी से पता चलने पर कि देवकी के आठवें पुत्र द्वारा उसकी मृत्यु होगी, उसने देवकी और वासुदेव को कारागार में डाल दिया। जब कृष्ण जी का जन्म हुआ तो वासुदेव ने उन्हें गोकुल में नंद और यशोदा के घर पहुंचा दिया, जहां उनका पालन-पोषण हुआ। इस आराधना में 56 भोग भी हैं, जिसके लिए पुराणों में विस्तार से बताया गया है। 56 भोग में मिठाइयां, नमकीन के साथ-साथ फल और मावे भी अर्पित किए जाते हैं। 56 भोग सिर्फ भारी संख्या में सामग्रियां न होकर ईश्वर के श्री चरणों में हमारे भाव और श्रद्धा की भेंट होती है। यह आराधना इसी भाव के साथ श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर उनके आशीर्वाद का आह्वान करती है। यह अवसर भक्तों को अब अगले साल ही मिलेगा, इसलिए इसे हाथ से न जाने दें!
🪈 24 घंटे अखंड ‘हरे कृष्ण’ जाप
जन्माष्टमी के दिव्य अवसर को कृष्णमयी बनाने के लिए 108 ब्राह्मण 24 घंटे ‘हरे कृष्ण’ नाम जपेंगे, जो कान्हा की कृपा पाने की सबसे प्रभावी विधियों में बताया जाता है। ख़ास तौर से ब्रज क्षेत्र में ‘हरे कृष्ण’ संकीर्तन की विशेष महिमा है, जिसमें कंठ से निकला हर ‘कृष्ण’ रूपी शब्द आपके घर को मथुरा और कृष्ण जन्मभूमि जैसा एहसास दे सकता है। यह आराधना श्री कृष्ण से कुछ मांगने या पाने से बढ़कर है, क्योंकि यह उनके जन्म का भव्य उत्सव है, जिसमें बधाइयां और स्तुतियां चारों दिशाओं में गूंज रही होंगी। इस पाठ को 108 ब्राह्मण मिलकर विधि-विधान से करेंगे, जो इसके फल और महिमा को कई गुना बढ़ा देता है। साल में आने वाला यह दुर्लभ अवसर, श्री कृष्ण से जीवन में उन्नति की दिशा में बढ़ने का आशीर्वाद दिला सकता है। यह आराधना भले ही मथुरा के श्री राधा दामोदर मंदिर में होने जा रही हो लेकिन इसका एहसास आपको अपने घर के मंदिर में होगा। जब आप स्वयं अपने परिवार के साथ कृष्ण जन्माष्टमी आराधना कर रहे होंगे।
श्री मंदिर द्वारा आयोजित होने जा रहे 108 ब्राह्मण अखंड हरे कृष्ण नाम जाप और 56 भोग सेवा में भाग लें और जीवन में प्रेम, वात्सल्य के साथ-साथ हर क्षेत्र में उन्नति का आशीर्वाद पाएं।