✨ ‘कटरा तीर्थ’ का नाम आते ही मन में जो एक छवि आती है, वह है माता का बुलावा, ऊंचे पहाड़ों पर लगे मैया के दरबार की रंग-बिरंगी झलकियां। इसी तलहटी में स्थित है दुर्गा जी का एक और मंदिर, जिसकी महिमा निराली है। यह है कटरा का नव दुर्गा मंदिर, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना गया है। यह मंदिर माता दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित है, जहाँ भक्त एक ही स्थान पर माँ शैलपुत्री से माँ सिद्धिदात्री तक सभी स्वरूपों का दर्शन करते हैं। इस सोमवार नवरात्रि के शुभ प्रारंभ पर कटरा तीर्थ क्षेत्र में 9 दिवसीय नव दुर्गा 90 हजार नर्वाण मंत्र जाप और नवग्रह शांति अनुष्ठान का आयोजन होने जा रहा है, जो भक्तों को मां दुर्गा का सुरक्षा आशीर्वाद दिला सकता है।
नवरात्रि के 9 दिन और नौ देवी स्वरूप:
मां शैलपुत्री (पहला दिन) – पर्वतराज हिमालय की पुत्री, साहस और दृढ़ता की प्रतीक। नवरात्रि का आरंभ इन्हीं की पूजा से होता है।
मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) – तप, संयम और साधना की देवी। इनकी आराधना से ज्ञान, शांति और धैर्य की प्राप्ति होती है।
मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) – इनके मस्तक पर अर्धचंद्र सुसज्जित है। ये शांति, सौंदर्य और साहस का प्रतीक हैं और भक्तों के भय का नाश करती हैं।
मां कूष्मांडा (चौथा दिन) – ब्रह्मांड की सृष्टि करने वाली देवी। इनकी पूजा से सेहत, शक्ति और ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
मां स्कंदमाता (पाँचवां दिन) – भगवान कार्तिकेय की माता। ये मातृत्व, करुणा और प्रेम की प्रतीक हैं।
मां कात्यायनी (छठा दिन) – दुष्टों के विनाश और धर्म की रक्षा के लिए पूजनीय। विवाह और संबंधों में सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं।
मां कालरात्रि (सातवां दिन) – अंधकार का नाश करने वाली देवी। ये निडरता, सुरक्षा और बुराई के नाश की प्रतीक हैं।
मां महागौरी (आठवां दिन) – सौंदर्य, शांति और मोक्ष की देवी। इनकी पूजा से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
मां सिद्धिदात्री (नवां दिन) – सिद्धियों और ज्ञान की देवी। इनके आशीर्वाद से भक्तों को आध्यात्मिक शक्ति और पूर्णता मिलती है।
हिंदू धर्म में नवरात्रि के पावन दिनों में नवदुर्गा 90,000 नवार्ण मंत्र जाप का विशेष महत्व है। यह शक्तिशाली अनुष्ठान देवी के नौ स्वरूपों की कृपा पाने और जीवन से नकारात्मक ऊर्जा, बाधाओं, संकटों को दूर करने के लिए किया जाता है। नवार्ण मंत्र “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे” को 90,000 बार विधि-विधान के साथ जपने से भक्तों की आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है। इसी के साथ नवरात्रि के प्रारंभ में नवग्रह शांति अनुष्ठान से ग्रह दोष, और सभी अशुभ प्रभावों से राहत की दिशा मिलती है। देवी दुर्गा की कृपा और नवग्रहों की शांति से जीवन में फैली नकारात्मकता शांति होती है और देवी मां का आशीर्वाद मिलता है।
श्री मंदिर द्वारा आयोजित 9 दिन नव दुर्गा पूजा में भाग लें और मां दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन को एक नए बदलाव की दिशा दें।