क्या आप शत्रुओं, कानूनी विवादों या अदालत के मामलों के कारण परेशान हैं? कठिन समय में भगवान शनि और मां बगलामुखी की संयुक्त पूजा अत्यंत प्रभावशाली मानी जाती है। यह पवित्र अनुष्ठान नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को कम करने, बाधाओं को दूर करने और जीवन में शांति, आत्मविश्वास और स्थिरता लाने में सहायक माना जाता है।
भगवान शनि, न्याय के देवता, बुरे कर्मों को रोकते हैं, कर्म का संतुलन बनाए रखते हैं और भक्तों को धर्म के मार्ग पर ले जाते हैं। उनकी पूजा करने से मन को शांति मिलती है, भय कम होता है और सुरक्षा का अनुभव होता है। शनि अभिषेक में तिल और तेल का पारंपरिक अर्पण एक प्राचीन उपाय माना गया है जो बोझ को हल्का करने और आशीर्वाद पाने में सहायक होता है।
मां बगलामुखी, दस महाविद्याओं में से एक, शत्रु निवारण शक्ति के रूप में पूजनीय हैं। वे शत्रुओं के मन और वचन को शांत करती हैं, बुरी नीयत को खत्म करती हैं और भक्तों को हानि से बचाती हैं। उनकी पूजा से विरोधी शांत होते हैं, छिपी बाधाएँ दूर होती हैं और आंतरिक साहस मजबूत होता है। जब भगवान शनि की न्याय और अनुशासन शक्ति के साथ यह पूजा की जाती है, तो यह नकारात्मकता से सुरक्षा का एक शक्तिशाली कवच बनाती है और कानूनी मामलों में सफलता का मार्ग खोलती है।
अमावस्या के दिन बगलामुखी मंदिर, उज्जैन और श्री नवग्रह शनि मंदिर में विधिक विजय संकल्प हवन और शत्रु निवारण अनुष्ठान आयोजित किया जाएगा। श्री मंदिर के माध्यम से इस पवित्र पूजा में भाग लेने से भक्त दोनों देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, शत्रुओं पर विजय, जीवन की समस्याओं से राहत और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।