🕉️ क्या आप अंदरूनी बेचैनी या बार-बार आने वाली रुकावटों से परेशान हैं?
ओंकारेश्वर में 121 ब्राह्मणों द्वारा किए जा रहे रुद्राभिषेक की शक्ति आपको शांति और दिव्य सुरक्षा की ओर ले जा सकती है।
सावन के इस पवित्र महीने में, जब भगवान शिव की उपस्थिति सबसे अधिक मानी जाती है, तब एक मंत्र भी गहराई से प्रभाव डालता है। लेकिन जब 121 विद्वान ब्राह्मण ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में ब्रह्म मुहूर्त के समय महा रुद्राभिषेक और रुद्र यज्ञ करते हैं जो दिन का सबसे शक्तिशाली आध्यात्मिक समय होता है तो उसका प्रभाव अत्यंत गहरा और परिवर्तनकारी माना जाता है। सावन के आखिरी सोमवार और ब्रह्म मुहूर्त का यह दुर्लभ संयोग एक शक्तिशाली आध्यात्मिक मेल बनाता है, जो साल में केवल एक बार आता है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ क्षण में भाग लेने से मन की स्पष्टता, दिव्य सुरक्षा और भीतरी शक्ति प्राप्त होती है। अगर आप शिव कृपा को अपने जीवन में आमंत्रित करने का सही समय ढूंढ रहे थे तो यही वह समय है।
🔱 सावन के आखिरी सोमवार को ओंकारेश्वर में महा रुद्राभिषेक
सनातन परंपरा में सावन का आखिरी सोमवार विशेष रूप से पवित्र और आध्यात्मिक दृष्टि से शक्तिशाली माना जाता है। सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना ऐसा समय होता है जब उनकी दिव्य ऊर्जा भक्तों के लिए सबसे अधिक सुलभ मानी जाती है। इस पूरे पवित्र महीने के सभी सोमवारों में आखिरी सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह एक महीने की आध्यात्मिक यात्रा का समापन होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए अनुष्ठानों का प्रभाव कई गुना अधिक होता है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो मानसिक शांति, लंबे समय से चली आ रही बाधाओं से मुक्ति, और अच्छे स्वास्थ्य तथा दीर्घायु की कामना करते हैं।
इस शुभ अवसर को विशेष बनाने के लिए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जोकि भगवान शिव के 12 पूज्य ज्योतिर्लिंगों में से एक में भव्य महा रुद्राभिषेक और रुद्र हवन का आयोजन किया जा रहा है। इस दुर्लभ और शक्तिशाली अनुष्ठान में 121 विद्वान ब्राह्मण पूर्ण वैदिक विधि से पूजा करेंगे, जिसमें पवित्र रुद्र मंत्रों का जाप और 21 पवित्र सामग्रियों से आहुतियाँ दी जाएंगी। सावन के आखिरी सोमवार को होने वाला यह सामूहिक पूजन, अंदरूनी अशांति को शांत करने, नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा देने और भौतिक एवं आध्यात्मिक कल्याण का मार्ग खोलने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। चूंकि सावन फिर एक वर्ष बाद ही आएगा, यह एक ऐसा दिव्य अवसर है जिसे छोड़ना नहीं चाहिए।