कई बार पूरी मेहनत और अच्छे इरादों के बावजूद मन में चिंता और संघर्ष बना रहता है, खासकर सेहत और करियर को लेकर, मीन राशि के जातकों के लिए यह भावना और गहरी हो सकती है, क्योंकि ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इस समय शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। यह चरण अक्सर मानसिक तनाव, सिरदर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ और व्यापार व नौकरी में रुकावटें लेकर आता है। माना जाता है कि ये परेशानियाँ दंड नहीं होतीं, बल्कि भगवान श्री शनि देव द्वारा दी गई सीख होती हैं, जो हमारे धैर्य और विश्वास की परीक्षा लेती हैं।
ऐसे कठिन समय में व्यापार में सफलता और जीवन में संतुलन पाने के लिए परम रक्षक श्री हनुमान जी और धन की देवी माँ लक्ष्मी की शरण लेना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह विशेष कॉम्बो पूजा आने वाले वर्ष के लिए एक संपूर्ण दिव्य उपाय मानी जाती है।
रामायण जैसे शास्त्रों में श्री हनुमान जी को सभी नकारात्मक शक्तियों और ग्रह दोषों से रक्षा करने वाला बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि स्वयं भगवान श्री शनि देव ने श्री हनुमान जी को यह वचन दिया था कि वे उनके भक्तों को कष्ट नहीं देंगे। संजीवनी बूटी लाते समय हनुमान जी की शक्ति, भक्ति और एकाग्रता ने हर बाधा को दूर कर दिया। इसी प्रकार, जब आप इस पूजा के माध्यम से उनका आशीर्वाद लेते हैं, तो वे साढ़ेसाती के समय आने वाली बीमारी, चिंता और भय को शक्ति और शांति में बदलने का सामर्थ्य देते हैं। वहीं माँ लक्ष्मी की उपासना से धन और समृद्धि के मार्ग की रुकावटें दूर होती हैं और व्यापार तथा करियर को स्थिरता मिलती है।
यह विशेष ऑल इन वन पूजा की मदद से आप शनि शांति, माँ लक्ष्मी पूजन और श्री हनुमान जी की आराधना से संयुक्त रुप से जुड़ सकते हैं। इसमें भगवान श्री शनि देव को समर्पित तिल तेल अभिषेक और अन्य विशेष मंत्र प्रार्थनाएँ की जाती हैं। यह अनुष्ठान पूरे वर्ष के लिए एक आध्यात्मिक सुरक्षा कवच प्रदान करने वाला माना जाता है। पौष शुक्ल षष्ठी के दिन श्री मंदिर के माध्यम से की गई यह पूजा विश्वास और श्रद्धा का संकल्प है, जिससे जीवन की हर कठिनाई में दैवीय कृपा मार्गदर्शन करती है।
श्री मंदिर द्वारा की जाने वाली यह विशेष पूजा आपके जीवन में स्वास्थ्य, शांति और सुरक्षा का आशीर्वाद लेकर आ सकती है।