💫 क्या आप आने वाली परेशानियों को लेकर चिंतित हैं और अपने परिवार व स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच चाहते हैं? भगवान शिव और श्री हनुमान की दिव्य कृपा सभी संकटों को दूर कर सकती है और जीवन में राहु जैसे ग्रहों के दोषों से सुरक्षा प्रदान कर सकती है। कई बार हम भविष्य को लेकर बेचैन हो जाते हैं। खासकर अपने प्रियजनों के स्वास्थ्य या अचानक आने वाली परेशानियों (जैसे नज़र या बुरी नज़र) के कारण। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसे कई संकट राहु जैसे ग्रहों की चाल से भी प्रभावित होते हैं, जो भ्रम, अचानक स्वास्थ्य समस्याएं और बदकिस्मती जैसी स्थितियाँ पैदा कर सकते हैं।
💫 ऐसे समय में मन एक दिव्य समाधान चाहता है। एक शक्तिशाली कवच जो अदृश्य नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करे। यही सुरक्षा इस विशेष उपाय में भगवान शिव और भगवान हनुमान की संयुक्त पूजा से मिलती है। शास्त्रों में कहा गया है कि भगवान शिव महाकाल हैं। जो समय और मृत्यु तक को नियंत्रित करते हैं। उनसे जुड़ने से बीमारी और भय पर विजय मिलती है। पुराणों में प्रसिद्ध कथा है कि समुद्र मंथन के समय जब घातक हलाहल विष निकला, तो भगवान शिव ने ब्रह्मांड को बचाने के लिए पूरा विष पी लिया। इसी कारण उन्हें वैद्यनाथ कहा जाता है बीमारियों को दूर करने वाले
💫 इसी तरह भगवान हनुमान ने भगवान श्री राम के नाम का जाप करके समुद्र पार किया, लंका जला दी और संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी का जीवन बचाया। उनकी कथा विश्वास और शक्ति का प्रतीक है। जब भगवान शिव और भगवान हनुमान की पूजा विशेष दिन पर साथ की जाती है, तो एक अटूट सुरक्षा कवच बनता है। राहु के लिए किए गए विशेष अनुष्ठान उसके नकारात्मक प्रभावों को शांत करते हैं, जबकि शिव और हनुमान की पूजा परिवार के स्वास्थ्य और रक्षा को मजबूत बनाती है।
• भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
• भगवान हनुमान को सिंदूर चढ़ाने से हर संकट का सामना करने की अद्भुत शक्ति मिलती है।
इन दोनों की संयुक्त कृपा संभावित संकट को सौभाग्य और शांति में बदल देती है। श्री मंदिर के माध्यम से की जाने वाली यह विशेष पूजा आपके जीवन में विजय, स्वास्थ्य और शांति का दिव्य आशीर्वाद लाती है।