🕉️ इस अमावस्या पर दिव्य आरोग्य के मार्ग पर चलें। सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 (कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी) को श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में होने वाले अमावस्या शिव विशेष अनुष्ठान में शामिल होकर भगवान शिव की आरोग्य, सुरक्षा और स्वास्थ्य की कृपा को अपने जीवन में आमंत्रित करें।
हिंदू धर्म में सोमवार को भगवान महादेव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि चंद्र देव ने सोमवार के दिन भगवान शिव की आराधना की और एक दुर्लभ रोग से मुक्ति पाई। तभी से सोमवार को विशेष रूप से आरोग्य और दीर्घायु के लिए शिव कृपा पाने का उत्तम दिन माना गया है।
महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने का सर्वोच्च मंत्र माना गया है। यही वह मंत्र था जिसे चंद्र देव ने स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जपा था। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप दीर्घायु, सुरक्षा और संपूर्ण आरोग्य प्रदान करता है। जब इसे 11,000 बार किया जाता है, तो यह गहरी उपचारात्मक शक्ति को जागृत करता है। इसके साथ ही, भगवान धन्वंतरि को समर्पित आरोग्य मूर्ति धन्वंतरि शक्ति हवन इस अनुष्ठान की शक्ति को और बढ़ाता है। भगवान धन्वंतरि को सनातन धर्म में स्वास्थ्य, आयुर्वेद और रोगों से रक्षा के देवता के रूप में पूजनीय माना गया है।
🌿 स्वास्थ्य और सुरक्षा का दिव्य मार्ग
शास्त्रों में बताया गया है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। बाद में द्वापर युग में वे काशी में राजा काश के पुत्र के रूप में जन्मे और ऋषि भरद्वाज से शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने आयुर्वेद को आठ शाखाओं में विभाजित कर मानवता को स्वास्थ्य का दिव्य ज्ञान दिया।
इस विशेष 11,000 महामृत्युंजय मंत्र जाप और धन्वंतरि शक्ति हवन के माध्यम से भक्त भगवान शिव और भगवान धन्वंतरि की कृपा से अच्छे स्वास्थ्य, रोगों से राहत और सुरक्षा की प्रार्थना कर सकते हैं। यह पवित्र अनुष्ठान शारीरिक स्वास्थ्य को पुनर्स्थापित करता है, मन को मजबूत करता है और पूरे परिवार को आध्यात्मिक सुरक्षा प्रदान करता है। अमावस्या के दिन इसे करने से दीर्घकालिक स्वास्थ्य, दिव्य कृपा और संपूर्ण कल्याण के द्वार खुलते हैं।
✨ श्री मंदिर के माध्यम से इस दिव्य अनुष्ठान में शामिल होकर भगवान शिव और भगवान धन्वंतरि के आशीर्वाद को अपने जीवन में आमंत्रित करें।