क्या आप अक्सर खुद को क्रोधित पाते हैं या जीवन में अक्सर संघर्षों का सामना करते हैं? 😠🚧
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इस तरह की समस्याएं अंगारक दोष के कारण हो सकती हैं। यह एक शक्तिशाली ग्रह दोष होता है, जो तब बनता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह राहु के साथ स्थित होता है। यह दोष व्यक्ति के भीतर क्रोध, आक्रामकता, मानसिक अस्थिरता और बार-बार आने वाली रुकावटों को जन्म देता है। विशेषकर जब मंगल पहले या सातवें भाव में हो, तो यह वैवाहिक जीवन में गुस्से और तनाव का कारण बन सकता है।
मंगल ग्रह ऊर्जा और साहस का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन जब यह अशुभ स्थिति में होता है, तो यह जीवन में अशांति और विघ्न ला सकता है। इसके नकारात्मक प्रभावों को शांत करने के लिए भगवान हनुमान की उपासना को अत्यंत फलदायी माना गया है। हनुमान जी का आशीर्वाद क्रोध को शांत करता है, दोषों को दूर करता है और जीवन में मानसिक शांति व संतुलन लौटाता है।
🌕 2025 का आखिरी बड़ा मंगल आध्यात्मिक रूप से इतना शक्तिशाली क्यों है?
ज्येष्ठ माह के मंगलवार को बड़ा मंगल के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि मान्यता है कि इसी दिन भगवान हनुमान की भगवान श्रीराम से पहली भेंट हुई थी। पूरे ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले सभी बड़े मंगलों में से, आखिरी बड़ा मंगल विशेष महत्व रखता है। यह इस पावन अवधि की पूर्णता का प्रतीक होता है और इसे हनुमान जी की दिव्य सुरक्षा व शक्ति प्राप्त करने का सबसे प्रभावशाली दिन माना जाता है। चूंकि मंगलवार का संबंध मंगल ग्रह से भी है, इसलिए यह दिन अंगारक दोष और मंगल से जुड़ी अन्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए अत्यंत प्रभावी अवसर प्रदान करता है।
🔱 उज्जैन के मंगलनाथ महादेव मंदिर में विशेष अनुष्ठान
वर्ष 2025 के अंतिम बड़े मंगल पर उज्जैन स्थित मंगलनाथ महादेव मंदिर में एक पवित्र अनुष्ठान आयोजित किया जाएगा, जिसमें शामिल हैं:
🔸 7,000 मंगल ग्रह शांति मंत्र जाप – मंगल के अशुभ प्रभावों और आक्रामक प्रवृत्ति को शांत करने के लिए
🔸 शत्रुंजय हनुमत्स्तोत्रम हवन – शत्रुओं और जीवन की बाधाओं पर विजय प्राप्त करने हेतु एक शक्तिशाली अग्नि अनुष्ठान|
श्री मंदिर के माध्यम से इस शुभ अवसर पर भाग लें और अंगारक दोष सहित अन्य ग्रह दोषों से मुक्ति पाकर, हनुमान जी की कृपा से आंतरिक शांति, सुरक्षा और स्थायित्व प्राप्त करें।