🔥 कई बार माता-पिता पूरी कोशिश करने के बाद भी देखते हैं कि उनके बच्चे पढ़ाई, स्वास्थ्य या ध्यान में अजीब सी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। यह माता-पिता के लिए बहुत दर्द देने वाली बात होती है। माना जाता है कि कभी-कभी बच्चे की प्रगति पर बुरी नजर या पिछले जन्मों के कर्मों का प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे समय में सिर्फ एक आशीर्वाद काफी नहीं होता—बच्चे के लिए एक मजबूत त्रि-शक्ति सुरक्षा कवच की आवश्यकता होती है। यह कवच माँ दुर्गा, माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती के संयुक्त आशीर्वाद से प्राप्त होता है।
शास्त्रों में बताया गया है कि जब अधर्म और अंधकार बढ़ गया था, तब देवताओं ने आदि शक्ति से प्रार्थना की। तब माँ दुर्गा ने भय और नकारात्मक शक्तियों से बचाने की शक्ति दी, माँ लक्ष्मी ने जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया, और माँ सरस्वती ने ज्ञान, एकाग्रता और बुद्धि प्रदान की। जब तीनों शक्तियाँ एक साथ होती हैं, तभी जीवन में संपूर्ण संतुलन और सुरक्षा आती है।
🔥 यह ‘रक्षा सूत्र कवच विशेष’ पूजा उसी त्रिदेवी शक्ति का आह्वान है। शुक्रवार, जो माँ लक्ष्मी का दिन है, इस दिन:
108 दुर्गा अष्टाक्षरी मंत्र जप — बच्चे की सुरक्षा के लिए
108 लक्ष्मी मूल मंत्र जप — प्रगति और सुख-समृद्धि के लिए
108 सरस्वती वंदना — पढ़ाई और एकाग्रता के लिए
🔥 पूजा के बाद आपके घर भेजा जाने वाला अभिमंत्रित रक्षा सूत्र (पवित्र धागा) बच्चे के लिए एक दिव्य सुरक्षा कवच की तरह काम करता है और तीनों मातृ शक्तियों का सतत आशीर्वाद बनाए रख सकता है। यह विशेष पूजा, श्री मंदिर के माध्यम से, परिवार में शांति, सुरक्षा और मंगल ऊर्जा लाने का एक पवित्र उपाय मानी गई है।