🧾 साल 2025 की आखिरी दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की आराधना बेहद शुभ और कल्याणकारी मानी गई है। इस दिन भक्त मां के शुभ, शक्तिशाली और करुणामय स्वरूप का पूजन कर अपने जीवन से भय, बाधाएं और नकारात्मक ऊर्जा शांत करने और उन्नति के आगमन की प्रार्थना करते हैं। इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए जम्मू स्थित नव दुर्गा मंदिर में 1,25,000 नवार्ण मंत्र जाप, दुर्गा सप्तशती पाठ एवं नव चंडी महायज्ञ होने जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि वर्ष की अंतिम दुर्गाष्टमी पर की गई इस आराधना से आने वाले वर्ष में सुख, समृद्धि, सफलता और इच्छाओं की पूर्ति का दैवीय आशीर्वाद प्राप्त होता है। कवच रूपी सुरक्षा और उन्नति के लिए भक्त इस अनुष्ठान में परिवार के साथ शामिल हो सकते हैं।
🧾 कटरा स्थित नवदुर्गा मंदिर में संपन्न होने जा रहा मां दुर्गा सप्तशती पाठ एवं नव चंडी महायज्ञ अत्यंत सिद्ध और दिव्य अनुष्ठान माना जाता है। जम्मू की तलहटी में बसे दिव्य धाम की पावन धरती पर होने वाला यह महायज्ञ भक्तों की समस्त बाधाओं, भय, रोग और नकारात्मक प्रभावों का नाश कर सकता है। दुर्गा सप्तशती के 13 अध्यायों और चंडी पाठ के शक्तिशाली मंत्रों से वातावरण शुद्ध और ऊर्जावान हो उठता है। इस महायज्ञ में आहुतियां देने से देवी के नौ स्वरूपों की कृपा प्राप्त होती है। माना जाता है कि इस महायज्ञ से जीवन में विजय, समृद्धि, सुरक्षा और स्थायी शांति का मार्ग प्रबल रूप से खुल सकता है।
🧾 साल 2025 की अंतिम दुर्गाष्टमी पर किया जाने वाला 1,25,000 नवार्ण मंत्र जाप अत्यंत शक्तिशाली और सिद्ध अनुष्ठान माना गया है। ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे’ इस मंत्र के जाप से साधक के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा, भय, ग्रहबाधा और रुकावटों का नाश संभव है। अंतिम दुर्गाष्टमी पर किया गया यह जाप देवी के 9 स्वरूपों की संयुक्त शक्ति को सक्रिय करता है, जिससे आत्मबल, मानसिक स्पष्टता और इच्छापूर्ति से जुड़ी ऊर्जा बढ़ती है। ऐसा माना जाता है कि यह जाप, आने वाले वर्ष के लिए शक्तिशाली सुरक्षा कवच तैयार करता है और जीवन में विजय, समृद्धि, सौभाग्य और इच्छापूर्ति के द्वार खोलता है।
श्री मंदिर द्वारा 2025 अंतिम दुर्गाष्टमी कटरा तीर्थ विशेष अनुष्ठान में भाग लें और सफलता और इच्छाओं की पूर्ति के लिए दिव्य आशीर्वाद पाएं