💰 जब आर्थिक तनाव सिर्फ एक छोटी चुनौती न रहकर आपकी नींद, आत्मविश्वास और मानसिक शांति को प्रभावित करने लगे, तो समझिए कि गहराई से समाधान की आवश्यकता है। यदि आपका मन कर्ज, अटके हुए पैसे या बढ़ते खर्चों से बोझिल महसूस करता है, तो 2025 का अंतिम भौम प्रदोष ऋण मुक्ति महापूजा विशेष राहत पाने का एक दुर्लभ और शक्तिशाली अवसर माना गया है।
भौम प्रदोष, जो मंगलवार को पड़ता है, मंगल ग्रह को शांत करने और ऋण-मुक्ति प्राप्त करने के लिए सबसे प्रभावी तिथि मानी जाती है। शास्त्रों में कहा गया है कि जब मंगल अशांत हो जाता है, तब आर्थिक दबाव, देरी, संघर्ष, अचानक नुकसान और संघर्ष की भावना बढ़ जाती है। चूँकि यह 2025 का अंतिम भौम प्रदोष है, इसलिए इसकी शक्ति और भी अधिक मानी गई है।
पुराणों के अनुसार भगवान ऋण-मुक्तेश्वर महादेव शिव का ऐसा रूप है जो हर प्रकार के बोझ—आर्थिक, पितृ संबंधी या कर्मजनित—से मुक्ति दे सकता है। इस मंदिर में चना दाल अभिषेक करने से पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
💰 11 किलो चना दाल अभिषेक (पीले कपड़े में) एक शास्त्र-सम्मत उपाय है:
चना दाल मंगल को शांत और संतुलित करती है।
पीला वस्त्र स्थिरता और स्पष्टता का प्रतीक है।
11 किलो अर्पण मंगल जनित ऋण ऊर्जा के पूर्ण शांत होने का संकेत देता है।
इसका एक भाग दान देने से ऋण-मुक्ति का संकल्प और मजबूत होता है।
इसके साथ किया गया मंगल शांति अनुष्ठान मानसिक संतुलन बढ़ाता है, क्रोधजनित आर्थिक झगड़े कम करता है और आय को स्थिर करने में मदद करता है।
श्री मंदिर के माध्यम से की जाने वाली यह पूजा आपको कर्जों से राहत दिलाकर जीवन में नई स्पष्टता, स्थिरता और आर्थिक शांति की ओर आगे बढ़ने में सहायक होगी।