केवल एक दिव्य कथा, पर चौबीस एकादशियों का आशीष!
सभी एकादशियों में निर्जला एकादशी को सबसे श्रेष्ठ और पुण्यदायी माना गया है। शास्त्र कहते हैं कि इस दिन किया गया उपवास या कोई भी आध्यात्मिक कर्म सभी 24 एकादशियों के बराबर फल देता है। इसीलिए इसे महा एकादशी कहा गया है। इसी दिन श्री दिर्घ विष्णु मंदिर, मथुरा में 24-घंटे की अखंड भागवत कथा आयोजित की जा रही है।
श्र मद्भागवत महापुराण की निरंतर धारा से वातावरण में दिव्य स्पंदन, शुद्धि और भक्ति की वर्षा होती है। कथा के श्रवण-मनन से मन के विकार नष्ट होते हैं, पूर्व जन्मों के पाप क्षीण होते हैं और जीवन में सुरक्षा, कृपा तथा मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। जो भक्त वर्ष-भर सभी एकादशी व्रत नहीं रख पाते, उनके लिए यह एक-दिवसीय उपासना अद्भुत अवसर है—कम प्रयास में अधिकतम आध्यात्मिक लाभ। इस 24-घंटे की कथा से जुड़िए, भगवान विष्णु की लीलाओं में डूबिए और अपने जीवन में आध्यात्मिक समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य व गहन शांति का स्वागत कीजिए। यही निर्जला एकादशी आपके लिए पूरे वर्ष का आशीर्वाद बन सकती है।