🛕साल 2025 की शुरूआत में देवपिरन नवतिरुपति मंदिर में कराएं राहु शांति पूजा🙏
ज्योतिषियों की मानें तो सभी ग्रहों में राहु को सबसे खतरनाक ग्रह है, क्योंकि यह जीवन में बहुत सारी परेशानियां लेकर आता है। राहु के नकारात्मक प्रभावों से व्यक्ति के जीवन में मानसिक अस्थिरता, भय एवं चिंता जैसी कई तरह की समस्याओं का सिलसिला लगा रहता है। राहु के अशुभ प्रभावों को कम करने और इसके सकारात्मक प्रभाव जैसे आत्मविश्वास, स्पष्टता और सफलता को बढ़ाने में 21,000 राहु गायत्री मंत्र जाप, राहु तैलाभिषेकम और सुदर्शन हवन सहायक होते हैं। वहीं अगर यह पूजा देवपिरन नवतिरुपति मंदिर में कराई जाए तो ये अत्यंत प्रभावशाली होगी। दरअसल, नव तिरुपति मंदिर तमिलनाडु में तमिरबरनी नदी के सुंदर तट पर स्थित नौ प्राचीन विष्णु मंदिरों का एक समूह है। प्रत्येक मंदिर नौ ग्रहों में से किसी एक का प्रतिनिधित्व करता है, देवपिरन मंदिर नव तिरुपति के राहु स्थल का प्रतिनिधित्व करता है। पेरुमल मंदिर भगवान विष्णु के राहु के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। राहु गायत्री मंत्र जाप के अंतर्गत 21,000 बार जाप किया जाएगा, जिससे नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने और सकारात्मक परिवर्तनों को सक्रिय करने में सहायक माना जाता है।
यह जाप भक्तों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करने में सहायक हो सकता है:
भय, संदेह और अस्थिरता पर विजय।
छुपी हुई प्रतिभाओं और रुचियों की खोज।
जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए स्पष्टता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता।
राहु तैलाभिषेकम, एक पवित्र अभिषेक अनुष्ठान, आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है और नकारात्मकता के विरुद्ध एक सुरक्षा कवच बनाता है। इसके साथ ही सुदर्शन हवन, जो भगवान विष्णु के दिव्य सुदर्शन चक्र को समर्पित है, बाधाओं को दूर करता है, कर्म ऋणों का निवारण करता है और शांति एवं समृद्धि प्रदान करता है। नववर्ष के दिन इन अनुष्ठानों में भाग लेना इनकी प्रभावशीलता को कई गुना बढ़ा देता है। यह एक दुर्लभ अवसर है जो आपको अपने जुनून को खोजने और छुपी हुई संभावनाओं को उजागर करने में मदद कर सकता है। आज ही श्री मंदिर के माध्यम से इस पूजा में भाग लें और अपने जुनून को खोजने और जीवन में छिपी हुई संभावनाओं को उजागर करने का आशीर्वाद प्राप्त करें।