🕉️ क्या आपके जीवन में बार-बार झगड़े, देरी या सेहत से जुड़ी समस्याएँ बढ़ती जा रही हैं? वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ऐसी परेशानियाँ अक्सर शनि और मंगल के अशुभ प्रभावों से उत्पन्न होती हैं। शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या के समय व्यक्ति को अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ता है इस दौरान जीवन में रुकावटें, भय और कठिनाइयाँ बढ़ जाती हैं। वहीं मंगल दोष के कारण झगड़े, गुस्सा, जल्दबाज़ी और अस्थिरता आती है, जिससे धन और संबंधों पर भी असर पड़ता है। शनि कर्म और अनुशासन के स्वामी हैं, जो गलत स्थान पर होने पर संघर्ष देते हैं, जबकि मंगल की अग्नि ऊर्जा क्रोध और बेचैनी बढ़ा देती है।
🕉️ ऐसे समय में भगवान हनुमान जी को सबसे शक्तिशाली रक्षक माना गया है, जो शनि और मंगल दोनों के अशुभ प्रभावों को शांत करते हैं। कथाओं के अनुसार, एक बार हनुमान जी ने शनि देव को बंदीगृह से मुक्त कराया, जिससे प्रसन्न होकर शनि देव ने आशीर्वाद दिया कि जो भी हनुमान जी की भक्ति करेगा, उसे मेरे कठोर प्रभाव से रक्षा मिलेगी। इसी कारण शनिवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। हनुमान जी मंगल की उग्रता को भी शांत करते हैं, इसलिए उन्हें “मंगल मूर्ति” कहा जाता है अर्थात मंगल ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा का स्वरूप।
🕉️ जब शनिवार को मृगशिरा नक्षत्र (जो मंगल द्वारा संचालित है) आता है, तब हनुमान-शनि-मंगल शांति महाअनुष्ठान का आयोजन अत्यंत शुभ माना जाता है। यह विशेष ग्रहयोग शनि और मंगल दोनों के दोषों को संतुलित करता है और जीवन में स्थिरता, सफलता और शांति लाता है।
🕉️ यह हनुमान-शनि-मंगल शांति महाअनुष्ठान उज्जैन के पवित्र श्री नवग्रह शनि मंदिर में संपन्न होता है, जो ग्रह दोषों की शांति के लिए प्रसिद्ध है। इस अनुष्ठान में 21 विद्वान ब्राह्मण एक साथ हजारों मंत्रों का जाप करते हैं 21,000 हनुमान गायत्री मंत्र, 23,000 शनि मूल मंत्र और 18,000 मंगल मूल मंत्र, यह शक्तिशाली वैदिक विधि एक दिव्य कवच (आध्यात्मिक सुरक्षा घेरा) बनाती है, जो नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर कर मन, जीवन और कर्म में संतुलन लाती है।
🕉️ शास्त्रों में कहा गया है कि सच्चे भाव से की गई हनुमान उपासना से शनि और मंगल दोनों के दोष शांत होते हैं। यह महाअनुष्ठान उन सभी के लिए एक प्रभावी उपाय है जो ग्रह बाधाओं, मानसिक दबाव या जीवन की रुकावटों का सामना कर रहे हैं।
🙏 श्री मंदिर के माध्यम से इस विशेष पूजा में भाग लेकर आप अपने जीवन में कल्याण, सुरक्षा और शुभता के दिव्य आशीर्वाद को आमंत्रित कर सकते हैं।