सनातन परंपरा में काल भैरव जयंती को बेहद पवित्र और शक्तिशाली दिन माना जाता है। यह दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव, को समर्पित है। कहा जाता है कि काल भैरव न केवल हमारे भय और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करते हैं, बल्कि जीवन की अनजानी कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने में भी मदद करते हैं। काशी में उन्हें कोतवाल कहा गया है, जो हमारे घर, परिवार और जीवन को सुरक्षित रखने का काम करते हैं। उनके आशीर्वाद से मन में साहस, आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा होती है, और हर कठिन समय में हमें सहारा मिलता है।
कभी-कभी जीवन में अड़चनें भी इतनी अचानक आती हैं कि हमें लगता है जैसे सबकुछ रुक गया हो। नकारात्मक ऊर्जा, डर या मानसिक तनाव हर कदम पर दिखाई देता है। ऐसे समय में काल भैरव की पूजा और मंत्र जाप को सबसे प्रभावशाली उपाय माना गया है। उनके साथ जुड़कर मन हल्का लगता है, डर कम होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है।
इसीलिए श्री मंदिर के माध्यम से भव्य काल भैरव जयंती और महापूजा का आयोजन किया जा रहा है। यह अनुष्ठान 8 दिनों तक निरंतर चलेगा। हर दिन 10,000 काल भैरव मूल मंत्रों का जाप किया जाएगा, जिससे पूरे 8 दिनों में कुल 80,000 मंत्रों का जाप संपन्न होगा। इस अनुष्ठान में भाग लेकर भक्त अपने जीवन की चिंताओं और अनिश्चितताओं को भगवान के चरणों में छोड़ सकते हैं और उनके आशीर्वाद से सुरक्षा, स्थिरता और मानसिक शांति पा सकते हैं।
पूजा के दौरान विधिपूर्वक काल भैरव मंत्र जाप, दीप प्रज्ज्वलन और विशेष हवन किया जाएगा। इसे करने से जीवन में नकारात्मक ऊर्जा कम होती है, भय और तनाव शांत होते हैं और जीवन में संतुलन आता है। यह अवसर भक्तों को अपने परिवार और घर में स्थिरता, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा अनुभव करने का मौका दे सकता है।
✨ भक्त श्री मंदिर के माध्यम से इस भव्य 8 दिवसीय महापूजा में भाग लेकर काल भैरव की दिव्य शक्ति और आशीर्वाद का अनुभव कर सकते हैं।